सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी से लोगों को सुरक्षित रखने के लिये स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। डेंगू व चिकनगुनिया का प्रसार बढ़ने से पूर्व ही स्वास्थ्य विभाग ने मुकम्मल तैयारी पूर्ण कर ली है। जिसके तहत राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालय, सदर अस्पताल के साथ - साथ प्रखंड स्तर के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य संस्थानों पर डेंगू जांच किट, ब्लड प्लेटलेटस और दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। श्री पांडेय ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केद्रों में 2, जिला अस्पताल में 10 और राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में 20 मच्छरदानी युक्त डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था की गई है। आवश्यकता अनुसार सभी सरकारी संस्थानों में डेडिकेटेड बेड की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है।श्री पांडेय ने कहा कि आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी जिलों में एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। साथ - साथ जिलों में डेंगू प्रभावित जगहों को चिन्हित कर बीमारी बढ़ने के कारणों का पता लगाने का आदेश दिया गया है। वहीं राज्य के हवाई-अड्डों, रेलवे स्टेशनों एवं बस स्टैंडों पर रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) गठित कर यात्रियों में संभावित डेंगू मरीजों की जांच की जाएगी। डेंगू बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अंतर विभागीय समन्वय स्थापित होगी। जिलों को पोर्टबल थर्मल फॉगिंग मशीन की स्थिति का आंकलन कर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है।श्री पांडेय ने कहा कि डेंगू बीमारी के प्रति आमजनों को जागरूक करने के लिए राज्य के सभी जिले में व्यापक प्रचार- प्रसार पर जोर देने को कहा गया गया है। राज्य, जिला एवं चिकित्सा स्थान स्तर पर डेंगू नियंत्रण कक्ष की स्थापना करने का भी निर्देश दिया गया है। राज्य के सभी निजी व सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों से डेंगू की जांच प्रतिवेदन रिपोर्ट प्रतिदिन आईएचआईपी पर अपलोड करने को कहा गया है, ताकि डेंगू के वास्तविक प्रसार का अंदाजा लगाया जा सके।