स्वास्थ्य व कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर जमकर हमला बोला है।उन्होंने कहा है कि लालू प्रसाद आदतन भ्रष्टाचारी हैं। चारा घोटाले में आरोपित होने के बाद भ्रष्टाचार के हाथी पर चढ़ कर 30 जुलाई, 1997 को अपनी पहली जेल यात्रा करने वाले लालू प्रसाद बाद में भी भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आए। लैंड फॉर जॉब स्कैम और बेनामी सम्पत्तियों का जखीरा खड़ा करना उनके आदतन भ्रष्टाचारी होने का ही प्रमाण है।श्री पांडेय ने कहा कि चारा घोटाले में अकेले लालू यादव ही जेल नहीं गए बल्कि उनके तत्कालीन मंत्रिमंडल के करीब आधा दर्जन मंत्रियों व उनके विधायकों को भी जेल यात्रा करनी पड़ी थी। विद्यासागर निषाद, चंद्रदेव प्रसाद वर्मा, भोला राम तूफानी, डॉ. आर के राणा आदि कुछ ऐसे नाम हैं, जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता है। केवल मंत्री, विधायक ही नहीं, लालू प्रसाद के तब के अनेक वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों मसलन बेक जूलियस, सजल चक्रवर्ती, अरुमुगम, फूलचंद सिंह, महेश प्रसाद और एस एन दुबे जैसों को ट्रेजरी से अवैध राशि निकासी के आरोप में ही वर्षों जेल में रहना पड़ा था।श्री पांडेय ने कहा कि चारा घोटाले में पहली बार लालू यादव को 03 अक्टूबर, 2013 को 5 साल की सजा हुई। 2023 तक अन्य चार मामलों में भी उन्हें कोर्ट दोषी करार कर सजा सुना चुका है। भ्रष्टाचार के पांच-पांच मामलों में लालू प्रसाद के सजायाफ्ता होने के बावजूद उनके परिजन और उनका दल सदाचारी बनने का ढोंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं।