स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा है कि लालू समेत उनका पूरा परिवार लैंड फ़ॉर जॉब स्कैम के मकड़जाल में बुरी तरह उलझ गया है। सीबीआई का सीधा आरोप है लालू के रेल मंत्री (2004 से 2009) रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था। एक दर्जन से ज्यादा लोगों को रेलवे में नौकरी देने के बदले लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन और अन्य प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराई गई।श्री पाण्डेय ने कहा है कि जमीनों के बदले ये नौकरियां मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर जोन में दी गईं। लालू के परिवार ने 4.39 करोड़ से ज्यादा की 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन विभिन्न शेल (फर्जी) कम्पनियों या कंडीडेट के परिजनों से महज 26 लाख रुपए में हासिल कर ली। मेसर्स एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी फर्जी कम्पनियां इस खेल में शामिल थीं।श्री पाण्डेय ने कहा कि सीबीआई के आरोपपत्र के अनुसार उस समय के सर्कल रेट के अनुसार ली गई जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। कम पैसों में जमीन लेने के बाद ज्यादातर मामले में जमीन मालिक को कैश में भुगतान किया गया। जमीन दूसरों के नाम पर रजिस्टर्ड हुई और बाद में लालू परिवार के सदस्यों को गिफ्ट कर दी गई।उन्होंने कहा कि लालू के परिवार और उनसे जुड़ी कंपनियों के नाम पर लगभग 7 जमीन के बड़े प्लाट पटना के महुआ बाग में लिए गए हैं। इसमें से 4 जमीन परोक्ष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से जुड़ी हुई हैं।