Desk संसद का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है इस सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने को लेकर आज सर्वदलिया बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के प्रतिनिधि शामिल हुए.बैठक में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा दोनों सदनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर दल से सहयोग मांगा गया.इस सर्वदलीय बैठक में सरकार ने राजनीतिक दलों को सत्र के दौरान के सरकार के एजेंडे और विधेयकों के बारे में जानकारी दी है. इसके अलावा सरकार ने बैठक में विपक्षी दलों से संसद की कार्यवाही सुचारू ढंग से चलने देने का भी अनुरोध किया है.
वहीं विपक्षी दलों के सदस्यों ने कई अहम मुद्दे को उठाया है और इस मुद्दे पर संसद सत्र के दौरान चर्चा की मांग की है. कांग्रेस ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग रखी. इसके साथ ही NEET पेपर लीक, बिहार और आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने, कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी सरकार के फैसले का मुद्दा उठाया गया.
इस बैठक में पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने संसद की कार्यवाही को संचालित करने में सहयोग का आश्वासन दिया है लेकिन अब देखना है कि जब संसद सत्र शुरू होती है और फिर जब बजट भाषण होता है या अन्य प्रस्ताव पर चर्चा होती है तो पक्ष और विपक्ष का क्या रवैया रहता है क्योंकि मोदी सरकार के तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद आहुत विशेष बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी टकराव देखने को मिला था.