बिहार के सहरसा जिले में मिनी बाबा धाम के नाम से प्रसिद्ध बलवाहाट काठो स्थित बाबा मटेश्वर धाम मंदिर से 216 फीट लंबी कांवड़ के साथ पदयात्रा निकालने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस 216 फीट लंबे कांवड़ को तैयार करने के लिए सुल्तानगंज के दर्जनों कारीगर बुलाए गए हैं, जो दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. भादो मास के दूसरे रविवार को काठो स्थित प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर से कांवड़ यात्रा शुरू होगी.
इस यात्रा को लेकर कांवड़िया संघ के संचालक सह सचिव शिवेंद्र पोद्दार ने बताया कि 216 फीट का कांवड़ बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह विश्व में अबतक बने सभी कांवड़ों में सबसे बड़ा होगा, जिसे बाबा भोले के भक्त कंधे पर उठाकर जलाभिषेक के लिए मुंगेर घाट से मटेश्वर धाम मंदिर लाएंगे. उन्होंने बताया कि इस कांवड़ को 1 हजार से अधिक व्यक्ति मिलकर एक बार में उठाएंगे. इसे लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह बना हुआ है. निर्माण समिति का दावा है कि यह विश्व का सबसे बड़ा एवं अनोखा कांवड़ होगा. जिसमें राम-जानकी मंदिर सहित 12 ज्योतिलिंग का सुसज्जित आकर्षक मॉडल रहेगा. संपूर्ण कांवड़ स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक बिजली बत्ती से लैस रहेगा.
8 सितंबर को मुंगेर के छर्रापट्टी से होगी यात्रा की शुरुआत
इस बार कांवड़ पदयात्रा में 12 ज्योतिर्लिंग के साथ-साथ अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर की प्रतिकृति आकर्षण का केंद्र होगा. इसके अलावा मटेश्वर धाम का अद्भुत शिवलिंग बाबा, बासुकिनाथ मंदिर, भारत माता की मूर्ति, केदारनाथ मंदिर, चंद्रयान-3 की आकृति सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिकृति बनाई जा रही है. आयोजन से जुड़े लोगों ने बताया कि 8 सितंबर को मुंगेर के छर्रापट्टी से स्नान कर जल लेकर यात्रा की शुरुआत होगी, जो 10 सितंबर को विभिन्न मार्गों से चलकर बाबा मटेश्वर धाम पहुंचेगा. यहां बाबा भोले को जलार्पण के साथ कांवड़ यात्रा संपन्न होगी. कांवड़निर्माण में सुल्तानगंज के दर्जनों कारीगर लगे हुए हैं.