मथुरा. राया कस्बा के पटाखा बाजार में लगी भीषण आग ने प्रशासनिक इंतजाम की पोल खोल दीय आग लगने के बाद स्थानीय पुलिस को छोड़ न तो एंबुलेंस पहुंची और न ही अग्निशमन की गाड़ियां. आग में बुरी तरह झुलसे दर्जनभर से अधिक लोग दर्द से तड़पते रहे, मगर उन्हें अस्पताल पहुंचाने की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई. आसपास के लोगों ने पानी के टैंकर से आग बुझाने का प्रयास किया, मगर वे सफल नहीं हो सके.
रविवार को लोग दीपावली की खुशियों में डूबे हुए थे. घर-घर साजसज्जा का काम चल रहा था. बाजार में खरीदारी के लिए लोग उमड़ रहे थे. पटाखा बाजार में भी खरीदारी परवान चढ़ रही थी. दोपहर दो बजे बड़ी संख्या में लोग यहां पटाखे खरीदने पहुंच गए.
दोपहर दो बजे अचानक पटाखे की एक दुकान में किसी तरह आग लग गई. पलभर में अन्य दुकानों में आग पहुंच गई. धमाकों की आवाज से कस्बा गूंज उठा. लोग मौके पर पहुंच गए. पूरे मार्केट में आग लगने से लोग आग की लपटों में घिर गए. अनेक लोग तो आग के बीच से होकर मुश्किल से बाहर निकले, लेकिन वे काफी झुलस गए थे. करीब डेढ़ दर्जन लोग आग में झुलस गए.
एक घंटे तक न तो एक भी दमकल पहुंची और न ही कोई अधिकारी. केवल पुलिस की गाड़ी ही राहत कार्य में लगी थी, जो नाकाफी थी. दर्जनभर से अधिक झुलसे लोग दर्द से तड़प रहे थे. एंबुलेंस और न ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहंच सकी. इसको लेकर लोगों में आक्रोश था. आधा घंटे में पूरा पटाखा बाजार जल गया. चारों ओर वीभत्स मंजर नजर आ रहा था.
सब कुछ खाक होने पर पहुंची दमकलें
पटाखा बाजार में अग्निकांड के करीब एक घंटे बाद आग बुझाने दमकलें पहुंची. लेकिन, उस समय तक सब कुछ खाक हो चुका था. पटाखा बाजार में आग की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है. बाजार में कुल 22 दुकानें लगी थी. आग बुझाने के यहां समुचित इंतजाम नहीं थे. अग्निकांड में करीब 15 लोगों के झुलसे हैं, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है. पूरे कस्बा का माहौल गमगीन हो गया है.