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पटना से पूर्णिया तक लुढ़का पारा, 2 से 3 दिनों तक के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान

बिहार में अब धीरे-धीरे ठंड ने पांव पसारना शुरू कर दिया है. नतीजन, सुबह और शाम के वक्त लोगों को अब काफी ज्यादा सिहरन महसूस होने लगी है. कई घरों के पंखे सुबह-और शाम के वक्त बंद करने पड़ रहे हैं और उन्हें कंबल में दुबकना पड़ जा रहा है. पटना से पूर्णिया तक धुंध की वजह से विजिबिलिटी कम हो जा रही और पारा लुढ़कता जा रहा है. वहीं, बिहार के कुछ जिलों के तापमान को देखें तो मंगलवार को बिहार में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान सीतामढ़ी के पुपरी में दर्ज किया गया, जो 33.3 डिग्री सेल्सियस था. वहीं राज्य का सबसे कम अधिकतम तापमान मुजफ्फरपुर में दर्ज किया गया, जो 28.4 डिग्री सेल्सियस था. वहीं राज्य के ज्यादातर हिस्सों में सुबह के समय धुंध छाई रही. 

मौसम विभाग का पूर्वानुमान 

इस बीच पटना मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 2 से 3 दिनों तक के लिए पूर्वानुमान जारी कर दिया गया है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो, अगले 24 घंटों में राज्य का मौसम शुष्क रहेगा और अधिकांश जिलों में धुंध छाई रहेगी. वहीं राज्य के दक्षिण पश्चिम जिलों के कुछ हिस्सों में मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसके साथ ही सूबे में अगले 2 से 3 दिन में तापमान में किसी भी तरह के परिवर्तन की संभावना नहीं है. यानी कि, फिलहाल राज्य में मौसम का हाल कुछ ऐसा ही बना रहेगा. हालांकि, छठ महापर्व के बाद मौसम में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है.

पिछले 24 घंटे में भी शुष्क रहा मौसम 

वहीं, पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक की माने तो, 'पिछले 24 घंटों में राज्य का मौसम आमतौर से शुष्क रहा. राज्य के सबसे कम तापमान गया में दर्ज किया गया जो 13.6 डिग्री सेल्सिय था. मौसम विश्लेषण के अनुसार ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से अंडमान निकोबार द्वीप समूह और इससे सटे अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. ये ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की तरफ झुका हुआ है. इसके पश्चिम, उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 16 नवंबर के आसपास पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है.

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