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पार्टी का विलय नहीं था स्वीकार इसलिए दिया इस्तीफा : संतोष सुमन

Merger of the party was not accepted that's why resigned: Sa

बिहार की सियासत संतोष कुमार सुमन के इस्तीफे के बाद तेज हो गई है. संतोष कुमार सुमन ने मंत्री विजय चौधरी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जिसके बाद बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है. इस बीच संतोष कुमार सुमन ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडियाकर्मियों के सामने इस्तीफे को लेकर पूरी जानकारी दी है. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि, मैंने इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की कि मेरे इस्तीफे को स्वीकार किया जाये. इसके साथ ही इस दौरान उन्होंने बड़ा खुलासा भी किया.    

दरअसल, संतोष कुमार सुमन ने कहा कि, हमारी पार्टी को जदयू के तरफ से मर्ज करने की बात कही गई थी. जिसको हमलोगों ने स्वीकार नहीं किया. हमारे ऊपर दबाव था लेकिन हम अपने अस्तित्व को खत्म नहीं कर सकते हैं. कई दिनों से हमारी पार्टी के अस्तित्व को खत्म करने की बात कही जा रही थी, इतने दिनों से हमलोग बच रहे थे. लेकिन, अब हमने यह प्रस्ताव मंजूर नहीं किया. इसी के साथ संतोष कुमार सुमन ने जदयू पर बड़ा आरोप लगा दिया है. 

इस दौरान संतोष कुमार सुमन ने यह भी कहा कि 23 जून को विपक्ष दलों की बैठक होने वाली है लेकिन इस बैठक में हमारी पार्टी को नहीं बुलाया गया. इस्तीफा देने से पहले सीएम नीतीश कुमार से भी बात हुई थी. हमने यह डिसीजन पार्टी के सभी नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद लिया है. हालांकि, संतोष कुमार सुमन ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी महागठबंधन से अलग नहीं हो रही है. यह तो सीएम नीतीश कुमार के ऊपर है कि वह हमें रखना चाहते हैं या नहीं.    

संतोष कुमार सुमन का यह भी कहना था कि, हमारी पार्टी 5 सीटों के लिए पूरी तरह तैयार है. वहीं, आरजेडी को लेकर कहा कि, राजद से बात करने का कोई सवाल ही नहीं है. क्या राज्यपाल या गृह मंत्री से जनहित के मुद्दों के लिए मिलना गुनाह है ? बता दें कि, इस दौरान संतोष कुमार सुमन ने जदयू-राजद को लेकर कई तरह की बातें की और अपने इस्तीफे को लेकर सभी बैटन को क्लियर कर दिया. 

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