झारखंड से इस बार मानसून ने कुछ खास असर नहीं दिखाया. जमकर किसी भी इलाके में बारिश भी नहीं हुई. जिसके बाद लोगों को गर्मी तो झेलनी ही पड़ी लेकिन इसके साथ-साथ किसानों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी. हालांकि, इस बीच एक बार फिर झारखंड में मौसम करवट लेने वाला है. दरअसल, मानसून पिछले कुछ दिनों से मेहरबान है. हालांकि, किसी भी इलाके में तेज बारिश की खबर नहीं है. किसी इलाके में हल्के तो किसी इलाके में मध्यम दर्जे की बारिश हो रही है.
मौसम विभाग ने तो आज राज्य की राजधानी रांची समेत कुछ अन्य इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान जताया है. उन इलाकों में बारिश के साथ-साथ मेघगर्जन की भी संभावना जताई गई है. रांची, खूंटी, चाईबासा, सरायकेला में रुक-रूककर बारिश होने की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही वज्रपात को लेकर मौसम विभाग की ओरे से येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. इसके साथ ही बात करें इस दौरान तापमान की तो तापमान में कुछ हद तक गिरावट दर्ज की जा सकती है.
लेकिन, कुल मिलाकर देखा जाए तो इस बार पिछले कुछ सालों की अपेक्षा बहुत ही कम बारिश हुई है. मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, एक जून से 12 सितंबर तक झारखंड में पांच साल में सबसे कम बारिश इसी साल रिकॉर्ड किया गया है. साथ ही मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार, राज्य में 15 सितंबर तक 33 प्रतिशत बारिश कम हुई है. जबकि, अब मानसून खत्म होने में मात्र 15 दिन बचे हैं. बारिश कम होने की वजह से राज्य के 21 जिले में सूखे की स्थिति बन रही है.