देश के कुछ राज्यों में चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' कहर बरपा रहा है. बंगाल की खाड़ी में बना ये तूफान अब गंभीर होता जा रहा और आम जनजीवन को प्रभावित कर रहा है. बात कर लें आज यानी कि, मंगलवार की तो आज इसके आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की संभावनाएं हैं. 'मिचौंग' का सबसे ज्यादा असर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में देखा जा रहा है. एक दिन पहले ही कई स्थानों पर भारी बारिश हुई भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने भी संभावनाएं जताई है कि, आने वाले एक-दो दिनों में जमकर बारिश हो सकती है.
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में तबाही
बता दें कि, देश के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान 'मिचौंग' का ज्यादा असर देखने के लिए मिल रहा है. चेन्नई में भयंकर तूफान और तेज बारिश से 5 लोगों की मौत हो गई है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु के सीएम से बातचीत कर हर संभव मदद का भरोसा दिया है. मिचौंग साइक्लोन के पूर्वी तट के करीब पहुंचने के कारण भारी बारिश के कारण चेन्नई में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जानकारी के मुताबिक, साइक्लोन आज आंध्र प्रदेश तट से टकरा सकता है.
कई ट्रेनों के साथ उड़ानें भी रद्द
वहीं, आज चक्रवाती तूफान के बापटला तट पर पहुंचने की आशंका को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को राहत उपाय करने के लिए हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया. भीषण चक्रवाती तूफान के प्रभाव से आंध्र प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने 8 जिलों -तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाडा के लिए अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही 'मिचौंग' चक्रवात को देखते हुए रेलवे ने दिल्ली से चलने वाली कई रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है. इसकी जानकारी यात्रियों को भी मैसेज के माध्यम से दी गई है. तमिलनाडु में भारी बारिश के कारण सोमवार को 33 उड़ानें चेन्नई से केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईए) की ओर डाईवर्ट कर दी गई.
भारत मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान
इधर, भारत मौसम विज्ञान विभाग की माने तो, सोमवार को शाम एक बुलेटिन में कहा कि, तूफान के धीरे-धीरे तेज होने और लगभग उत्तर की ओर लगभग समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने की संभावना है और अधिकतम निरंतर हवा की गति के साथ एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पांच दिसंबर की दोपहर के दौरान बापटला के करीब, नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार कर जाएगा.