राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद मंत्री अशोक चौधरी की मुख्यमंत्री से मुलाकात खत्म हो गई है
उन्होंने कहा कि जब हमने कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी तो हमारे नेता नीतीश कुमार ने हमें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया महत्वपूर्ण काम हमको सोप और हमने किया भी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव बनाया है हमारा प्रयास होगा कि माननीय नेता के उम्मीद है हम उसे पर पूरी तरह से खड़े उतरे .
उनसे पूछा गया क्या यह ट्वीट का असर है उन्होंने कहा कि बड़ी पॉलिटिक्स में छोटी-छोटी चीजों का असर नहीं पड़ता है
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से लोग हमारे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे निश्चित तौर पर उनको जवाब नहीं मिल गया और समय सबसे महत्वपूर्ण होता है.उन्होंने कहा कि मैं माननीय नेता से पद नहीं मांगा था और उन्होंने खुद दिया है संजय झा ने हमें फोन किया था कि नीतीश कुमार जी का फोन आया था और आपको कल पार्टी का aहम पद दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह भावुक पल है
उन्होंने कहा कि जिंदगी में मैं दो बार बहुत दुखी हुआ था जब हमने कांग्रेस छोड़ी इसलिए मैं कांग्रेस छोड़ी कि हम पर कई आरोप लगाए गए थे हमें प्रताड़ित किया जा रहा था
दूसरी बार जब हमें घेरने का प्रयास पार्टी में किया गया
अगर प्यार करना है तो माता-पिता का करो और महादेव का करो और अगर सम्मान करना है तो नेता का करो
झारखंड चुनाव पर बड़ा बयान मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मैं वहां का प्रभारी हूं वहां भारतीय जनता पार्टी से बातचीत चल रही है राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय दास जी लगातार भाजपा के अलग मन से बातचीत भी कर रहे हैं और जो भी सीट को लेकर के होगा वह निश्चित तौर पर बहुत अच्छा होगा और जब होगा तो मैं पूरी मामले की जानकारी मीडिया को दूंगा
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से इंडिया गठबंधन बिहार में कर रहा है उनके पास कोई मुद्दा नहीं है
अशोक चौधरी का बड़ा बयान उन्होंने दावा कर दिया है कि 2025 में 2010 से भी बुरी स्थिति महागठबंधन की होगी.
जीतन राम मांझी और लालू प्रसाद यादव पर जात-पात की बयान पर उन्होंने कहा कि क्या जितना मन जी को आप इसलिए टारगेट करेंगे कि वह मुसर है और उनका बोलेंगे तो उसका जवाब मिलेगा दलित आदिवासी स्थिति भी नहीं है जिस परिस्थिति में था उन्होंने कहा कि आप बड़े नेता हैं आपको उनका टारगेट नहीं करना चाहिए आपको लोग सामाजिक न्याय का प्रोधा मानता है.
राहुल गांधी के द्वारा विदेश में देश को लेकर बोले गए बात पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मैं राहुल गांधी का बहुत सम्मान करता हूं लेकिन मैं उनसे इस बात पर डिसएग्री करता हूं इसलिए की विदेश में देश को लेकर कोई बात नहीं बोलनी चाहिए जो है हम लोग देश में ज्यादा अच्छा है. मैं राहुल गांधी का बहुत सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा कि विदेशी सरजमीं पर राहुल गांधी जी को अटल बिहारी वाजपेई का वह भाषण जरूर सुनना चाहिए जो उन्होंने यूएनओ में दिया था