शनिवार को इंडिया गठबंधन के नेताओं के द्वारा लॉ एंड आर्डर को लेकर मार्च किए जाने पर मंत्री दिलीप जसवाल ने कहा कि महागठबंधन के नेताओं को कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि वह अपराध के बारे में बोले हमारे गृह विभाग ने डेटा जारी किया है कि बिहार में पहले से अपराध कम हुआ है और महागठबंधन के नेताओं का पुराना इतिहास पढ़ना चाहिए । विद्यार्थी को इतिहास में पढ़ना चाहिए लेकिन सिर्फ भूगोल पढ़ने से काम नहीं चलेगा । किस तरह मुख्यमंत्री आवास से अपहरण का समझौता हुआ करता था और अपराध मुख्यमंत्री आवास से चलता था । इसलिए सब राजनीतिक दुकानदारी है जब लोग विपक्ष में आते हैं तो कोई ना कोई मुद्दा खोजेगा ही । जब राजनीति में कोई सत्ता से हट जाता है तो उसकी दुकानदारी बंद हो जाती हैं । तो यह सब राजनीतिक दुकानदारी चलाने का हथकंडा है । नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में कानून का राज है और जो भी अपराधी है अपराध करने का सोच भी नहीं रहा है । उसको कानून के राज्य के अंदर सही समय पर सही सजा मिलती हैं ।
वही जीतन राम मांझी के बयान पर दिलीप जसवाल ने कहा कि जीतनराम मांझी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के स्पष्ट कहा कि नीतीश कुमार एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया । उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता जाहिर किया है । उन्होंने कहा कि आप लोग अच्छे चीजों को देखिए ।
वहीं चिराग पासवान ने जातीय जनगणना की मांग को लेकर दिलीप जैसवाल ने कहा कि जनगणना हो जाएगा तो इसमें दिक्कत क्या है ? किसी को जनगणना हो जाएगा तो इसमें दिक्कत क्या है ? किस जाति को दिक्कत क्या है ? हम चाहते है कि जातीय जनगणना हो जाए ।
कावड़ विवाद को लेकर दिलीप जायसवाल ने कहा कि जब हिंदू और सनातन धर्म के लोग कावड़ लेकर चलते हैं तो सबको पता है कि मांस मछली या किसी प्रकार की चीजों का सेवन नहीं करते हैं अगर हमारे मुसलमान भाई उस चीज का पालन करें जिससे हमारी श्रद्धा बनी रहे । क्योंकि कोई भी श्रद्धालु कावड़ लेकर निकलता है तो उसके दिल में रहता है कि हम श्रद्धा के साथ बाबा को जल चढ़ाएं । इसमें कोई जाति धर्म की बात नहीं है । बात यह है कि इसमें श्रद्धा होना चाहिए ।
साथ ही दिलीप जायसवाल ने कहा कि कल से मानसून सत्र शुरू हो रहा है बिहार में । कल से विपक्ष का नाच गाना शुरू होगा । जब मेला लगता है तो लोग नाच गाना भी करते हैं । उनके नेता जितना सिखाएंगे उतना नाच गाना वो कर लेंगे ।