बिहार में शराब माफियाओं का मनोबल चरम पर पहुंच गया है. हर मोड़ पर शराबबंदी मानो विफल साबित हो रही है. इस बीच मामला बक्सर से है, जहां उत्पाद विभाग को बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल, जिले में उत्पाद विभाग की पुलिस ने वीरकुंवर सिंह पुल से 12 घंटे में एक करोड़ से अधिक मूल्य की शराब जब्त की है. जिसके बाद से शराब माफियाओं में हड़कम्प मच गया है. पहली कार्रवाई रविवार की शाम उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने की जहां शराब से भरे कंटेनर को दिल्ली से मुजफ्फरपुर ले जाने के दौरान जब्त कर लिया. उस पर 50 लाख रुपये की शराब लदी थी. वहीं, इस कार्रवाई के 12 घंटे के अंदर आज उत्पाद विभाग की पुलिस ने दूसरी कंटेनर को जब्त किया. जिसमें 70-80 लाख रुपये की शराब लदी हुई थी. जिसे चंडीगढ़ के अम्बाला शहर से राजधानी पटना ले जाया जा रहा था.
24 दिनों में डेढ़ करोड़ का शराब हुआ जब्त
बता दें कि, पिछले 25 दिनों के अंदर उत्पाद विभाग एवं बिहार पुलिस के जवानों ने बक्सर से तीन कंटेनर शराब जब्त किया है. जिसकी बाजार मूल्य डेढ़ करोड़ से अधिक बताई जा रही है. इसके अलावे उत्तर प्रदेश के दो पत्रकारों को भी एक सप्ताह पहले 40 कार्टन शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था. जिनको जेल भेज दिया गया है.
दवा के नाम पर कराया गया था शराब बुक
उत्पाद विभाग द्वारा जब्त किये गए कंटेनर में दवा बुक होने की कागजात चालक के द्वारा दिखाए गए थे. उसके बाद जब उत्पाद थाने के थानेदार दिलीप कुमार सिंह ने ट्रक के सील को तोड़कर जब जांच की तो उसके अंदर शराब मिला. जिसे देखकर उनके होश उड़ गए. ट्रक चालक ने बताया कि, उसका नाम रमेश है और वह राजस्थान के रहने वाला है. सोनू-मोनू नाम के दो भाइयों का यह ट्रक है. जिनके द्वारा यह कहा गया कि, ट्रक में दवा है और इसे ले जाकर पटना पहुंचा दो. हमें जो कागजात दी गई वह भी दवा का ही है. मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि, इसमें शराब है. हमें तो इस गाड़ी को पहुंचाने के लिए कल 500 रूपया मजदूरी के तौर पर दिया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
वहीं, उत्पाद थाने के थानेदार दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि, कल भी वीरकुंवर सिंह पुल से एक कंटेनर शराब जब्त किया गया था. इसके 12 घंटे के अंदर आज दूसरे कंटेनर को भी जब्त किया गया, जो उससे काफी बड़ा है और इसमें 70-80 लाख के शराब होने का अनुमान है. गौरतलब है कि, बक्सर में शराब कारोबारी का मनोबल हाई है. आए दिन शराब की बड़ी-बड़ी खेप पुलिस बरामद कर रही है. जिससे शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि, गंगा नदी शराब माफियाओं के लिए वरदान साबित हो रही है. जिसके रास्ते बक्सर में शराब पहुंच रहा है.
बक्सर से उमेश पांडे की रिपोर्ट