कांग्रेस के घोषणा पत्र में जो बातें लिखी गई हैं, उसके पीछे इनका एक हिडन एजेंडा है। यह पूरी तरह से वामपंथी अर्बन नक्सल के द्वारा तैयार किया गया घोषणा पत्र है।
संजय सेठ ने बुधवार को अरगोड़ा स्थित कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। BJP उम्मीदवार ने कहा कि वर्ष 2013 में जब कांग्रेस की सरकार थी तब इन लोगों ने सांप्रदायिक लक्षित हिंसा अधिनियम के नाम से एक विधेयक लाया था। यह इतना खतरनाक विधेयक था, जिसमें यहां बैठे सारे लोग इसकी चपेट में आते। सबका जीवन बर्बाद हो जाता। इस विधेयक के माध्यम से सीधे-सीधे हिंदुओं को टारगेट किया गया था। कैसे संभव है कि किसी एक व्यक्ति की कमाई को दूसरे लोगों में बांट दिया जाए। इसे आज पूरे देश को समझने की जरूरत है। कोई दो बच्चे का पिता दिन-रात कठिन परिश्रम अपने परिवार के लिए करता है। अपनी संपत्ति अर्जित करता है और उसे 10 बच्चों वाले परिवार को बांटने की बात कांग्रेस कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
सेठ ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं से मेरा सवाल है कि वह बताएं की घोषणा पत्र के पीछे उन्होंने ऐसा क्यों किया? उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ क्यों किया? उनकी इन हरकतों का जवाब जनता एक बार फिर से देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 10 वर्षों के शासनकाल में हमेशा 140 करोड़ देशवासियों की बात की। बिना किसी भेदभाव के, बिना किसी हिंदू मुसलमान के उन्होंने हर किसी को, हर जरूरतमंद को आवास उपलब्ध कराया।
बिजली का कनेक्शन दिया। उज्जवला कनेक्शन दिया। जनधन खाता खोले। सुकन्या समृद्धि योजना दी। गरीब कल्याण के तहत मुफ्त अनाज दिया। उसमें मोदी ने यह नहीं कहा कि यह हिंदुओं की योजना है।
यह भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है। यह मुसलमान की योजना है लेकिन कांग्रेस अपने एजेंडा में इसे शुरू से ही शामिल करती रही है।