माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद आज उनके शव को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया. इस दौरान पुलिस की ओर से कड़ी व्यवस्था दिखी. दरअसल, मुख्तार अंसारी को चाहनेवालों की इस दौरान गजब की भीड़ दिखी, जिसके कारण पुलिस व्यवस्था टाइट रही. खबर है कि, मुख्तार अंसारी के जनाजे में लोगों की जुटी भीड़ ने जमकर नारे भी लगाए थे, जिसके कारण डीएम के द्वारा सख्त रुख अपनाया गया. साफ तौर पर डीएम की ओर से कहा गया कि, ऐसे लोगों की वीडियोग्राफी हुई है. उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.
नारेबाजी करने वाले के खिलाफ होगी कार्रवाई
बता दें कि, गाजीपुर की डीएम आर्यका अखौरी ने कहा कि, जिन भी लोगों ने नारेबाजी की है, उन सबकी वीडियोग्राफी कराई गई है और सबके विरुद्ध कार्रवाई भी करवाई जाएगी. क्योंकि, हम बार-बार अनाउंस भी कर रहे थे कि आदर्श आचार संहिता है तो उसके अनुरूप सबको आचरण रखना चाहिए. जिसने भी उल्लंघन किया है उसके विरुद्ध विधिक कार्रवाई होगी और मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. इस बीच खबर यह भी है कि, मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए गाजीपुर बिहार के बाहुबली और दिवंगत पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब भी पहुंचे थे. इस दौरान मुख्तार अंसारी के आवास पर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की है.
ओसामा भी पहुंचे मुख्तार के जनाजे में
आपको बता दें कि, जुर्म की दुनिया के दोनों डॉन मुख्तार अंसारी और शहाबुद्दीन दोनों ही बेहद करीबी माने जाते हैं. जिसके चलते कहा जा रहा कि, आज ओसामा शहाब मुख्तार अंसारी की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे हैं. वहीं, गाजीपुर पहुंचे शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब कुछ दिन पहले ही जेल से रिहा हुए थे. सीवान जेल से उसकी रिहाई हुई थी. ओसामा दो मामलों में जेल में बंद थे. उनके खिलाफ दो केस हुए थे जिनमें पहला मोतिहारी में अपने सम्बन्धी के यहां जमीनी विवाद को लेकर हमले का मामला का था तो वहीं, दूसरा हुसैनगंज थाना क्षेत्र के छपिया में भी जमीन सबंधित केस था. दोनों क्रिमिनल केस में ओसामा शहाब जेल में बंद थे. बता दें कि, शहाबुद्दीन के बेटे को पटना हाईकोर्ट से बेल मिली थी.