मुजफ्फरपुर में एयरपोर्ट का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है. ऐसी संभावना है कि अगले साल तक पताही एयरपोर्ट शुरू हो सकता है. ये चर्चा एयरपोर्ट अथॉरिटी इंडिया की टीम के दौरे से शुरू हुई है. माना जा रहा कि AAI से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद एयरपोर्ट के विकास का काम तेजी से आगे बढ़ेगा.
आपको बता दें कि साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा के दौरान बड़ा ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि भारत में जल्द ही हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई सफर कर पाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा था कि मुजफ्फरपुर का बरसों से बंद पताही हवाई अड्डा भी जल्द ही शुरू होगा. हालांकि, 4 साल होने के बावजूद अभी तक मुजफ्फरपुर का पताही हवाई अड्डा शुरू नहीं हो पाया. इसी बीच एयरपोर्ट अथॉरिटी की एक टीम मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट के दौरे पर पहुंची. उनके साथ निजी विमान कंपनी के अधिकारी भी थे.
मुजफ्फरपुर में एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के इस दौरान से चर्चा तेज हो गई है. ऐसा माना जा रहा कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मुजफ्फरपुर के बंद पड़े पताही हवाई अड्डे से फ्लाइट की उड़ान का सपना साकार हो सकता है. पताही हवाई अड्डे को प्राथमिकता के तौर पर शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इसी बीच इंडियन एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसर इस हवाई अड्डे की स्थिति देखने पहुंचे.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारी कैप्टन संजय मिश्रा और अश्विनी एस ठाकरे शामिल थे. साथ ही अन्य अधिकारियों की टीम ने निजी विमान कंपनी के प्रतिनिधियों संग एयरपोर्ट से उड़ान की संभावना को जांचा. उन्होंने यहां अपना दो दिवसीय दौरा पूरा कर लिया है. टीम जांच के बाद दिल्ली लौट गई है. जल्द ही वह अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को देंगे.
एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से टीम का नेतृत्व कर रहे कैप्टन मिश्रा ने बताया कि पताही और रक्सौल हवाईअड्डे को लेकर विमान कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है. फ्लाइट संचालन करने वाली कंपनी के अधिकारियों ने दोनों हवाई अड्डों की स्थिति को देखा है. कंपनी के साथ मंत्रालय का अनुबंध अगस्त महीने में ही पूरा हो जाएगा. उसके बाद दोनों हवाई अड्डे कंपनी को सौंप दिए जाएंगे.
पताही और रक्सौल दोनों हवाई अड्डे पर आधारभूत संरचना खड़ा करने से पहले दोनों जगहों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी. दोनों एयरपोर्ट से विमान सेवा की शुरुआत एक साथ करने का निर्णय मंत्रालय ने लिया है. इस सिलसिले में कागजी प्रक्रिया के साथ-साथ उड़ान की संभावना की भी जांच की गई है. अब जिस प्रकार से एयरपोर्ट अथॉरिटी के काम में तेजी दिख रही उससे लगता है कि 2024 में पताही हवाई अड्डे से फ्लाइट की उड़ान का सपना साकार हो सकेगा.
अगर यह एयरपोर्ट शुरू होता है तो इससे जिले में निवेश के द्वार खुलेंगे, रोजगार की संभावनाएं बनेंगीं. मुजफ्फरपुर सूती वस्त्र का दशकों से हब रहा है ऐसे में नेपाल के भी व्यापारी यहां आते हैं. भगवान बुद्ध की कर्मस्थली और भगवान महावीर की जन्मस्थली होने के कारण लोकतंत्र की जननी वैशाली का प्राचीन और वैभवशाली इतिहास रहा है. वैशाली में अब भी टूरिज्म का वैसा विकास नहीं हुआ. एयरपोर्ट के बन जाने से जिले के विकास में पंख लग जाएंगे.