नीतीश सरकार ने बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है. बहुमत सिद्धि से पहले 125 की बहुमत के साथ सत्तापक्ष ने अवध बिहारी चौधरी को विधानसभा स्पीकर के पद से हटाने का भी प्रस्ताव जीत लिया. अब बिहार विधानसभा के स्पीकर बीजेपी से नंद किशोर यादव होंगे. बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष के लिए नंद किशोर यादव ने आज यानि कि 13 फरवरी को नामांकन दाखिल किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी के अलावा एनडीए सरकार से जुड़े कई नेता मौजूद रहे. नंद किशोर यादव ने नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि इसकी प्रक्रिया 15 फरवरी को पूरी होगी. जब निर्वाचित हो जाएंगे तब आगे कुछ कहेंगे.
कहां से शुरु हुआ था नंद किशोर यादव का राजनीतिक सफर
बता दें कि, नंदकिशोर यादव का राजनीतिक सफरनामा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ने के बाद शुरू हुआ था. नंदकिशोर यादव 7 बार पटना साहिब क्षेत्र से विधायक का चुनाव जीत चुके हैं, साथ ही उन्होंने लंबे वक्त तक पथ निर्माण मंत्री का विभाग संभाला है. जानकारी के लिए बता दें कि नंदकिशोर यादव बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और पर्यटन मंत्री भी रह चुके हैं. वह सदन में नेता प्रतिपक्ष की अहम भूमिका भी निभा चुके हैं. इसके साथ वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. नंदकिशोर यादव छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे. उन्होंने दसवीं के बाद स्नातक की पढ़ाई शुरू की थी लेकिन राजनीति के कारण बीच में उन्हें पढाई छोड़नी पड़ी.
नंदकिशोर यादव BJP के वरिष्ठ नेता हैं. 1978 में वह पहली बार पटना नगर निगम चुनाव में पार्षद बने थे. इसके बाद 182 में पटना के उपमहापौर बने. 1983 में पार्टी ने उन्हें पटना का महानगर अध्यक्ष बना दिया. 1990 में वह बिहार के युवा मोर्चा अध्यक्ष बने. 1995 में नंद किशोर यादव पटना के पूर्वी क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े और उन्हें जीत मिली. नंद किशोर यादव ने पटना साहिब विधानसभा सीट का सात बार प्रतिनिधित्व किया है. नीतीश कुमार की सरकार में उन्होंने पद निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग जैसी बड़ी जिम्मेदारी निभाई. वह नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं.
आरएसएस से भी रहा नाता
बीजेपी नेता नंद किशोर यादव का जन्म 26 अगस्त 1953 को पटना में हुआ. छात्र जीवन से अपने सियासी करियर की शुरुआत करने वाले नंद किशोर यादव आरएसएस के सक्रिय सदस्य भी हैं. उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत अखिल विद्यार्थी परिषद से जुड़ने के बाद शुरु की. लंबे समय तक यह आरएसएस में सक्रिय रहे. इन्हें आरएसएस की भी करीबी माना जाता है.
नंद किशोर यादव के पिता का नाम स्व. पन्ना लाल यादव और मां का नाम स्व. राजकुमारी यादव हैं. उनके परदादा स्व. झालो सरदार अपने समय के एक प्रसिद्ध जमींदार थे. कहा जाता है कि उनके परदादा को शेर पालने का शौक था. नंद किशोर का पुश्तैनी घर गोलकपुर (महेन्द्रू) में था जहां आज पटना लॉ कॉलेज का छात्रावास अवस्थित है. नंदकिशोर यादव दसवीं के बाद स्नातक की पढ़ाई शुरू की पर बीच में ही छोड़नी पड़ी.