Desk- कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ इन दिनों एनडीए के नेता आग उगलने लगे हैं, कोई इन्हे देश का नंबर वन आतंकवादी घोषित कर रहा है तो कोई राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख इनाम देने की बात कह रहा है, तो कोई नेता उन्हें हिंदुस्तानी मानने पर ही सवाल उठा रहा है.
बताते चलें कि राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद संसद के अंदर और बाहर बीजेपी और एनडीए सरकार पर जमकर हमलावर हैं वह विदेश में जाकर भी मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं. इससे एनडीए गठबंधन के नेता काफी आक्रोशित हैं लेकिन इस आक्रोश में वे बदजुबानी करने लगे हैं.
इस कड़ी में महाराष्ट्र में शिंदे गुट के शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। शिवसेना विधायक ने कहा है कि जो कोई भी राहुल गांधी की जीभ काटकर लाएगा उसे 11 लाख रुपए बतौर इनाम के तौर पर दिए जाएंगे।
विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि संविधान खतरे में है। झूठी बयानबाजी कर लोगों का वोट हासिल किया.कल तक दूसरों पर आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी आज खुद दलित, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करने का बात कह रहे हैं।इसलिए मैं कहता हूं कि जो राहुल की जीभ काटेगा मैं उसे 11 लाख दूंगा।
इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और मोदी सरकार के सहयोगी ही मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि राहुल गांधी जिस तरह का बयान दे रहे हैं उसमें उन्हें हिंदुस्तानी कहना ही गलत होगा,
जबकि केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भागलपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन मौके पर राहुल गांधी को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी बताया है।केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि अगर एजेंसी को किसी पर सबसे पहले कार्रवाई करनी चाहिए तो, वह हैं राहुल गांधी। इनका नाम आतंकवादी के लिस्ट में पहले नंबर पर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के समर्थन में आज देश को बांटने वाले, बम गोला बारूद वाले, ट्रेन में ब्लास्ट करने वाले खड़े हो रहे हैं। इनके पक्ष में बोल रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि राहुल गांधी कैसे हैं।
बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी इतनी बार सांसद बन चुके हैं, इतने बड़े नेता हैं, विपक्ष के नेता हैं, इसके बावजूद भी आज तक रिक्शा वाले, ठेले वाले, मोची इंसान का दर्द नहीं समझ सके हैं। सिर्फ उनके पास जाकर फोटोबाजी करते हैं.राहुल गांधी और कांग्रेस मिलकर जब मुसलमानों को नहीं तोड़ सके, तो अब सीमा पर खड़े सिखों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो कतई मुमकिन नहीं है।उन्होंने एक बार तो यह कह दिया है कि सिख लोग को कड़ा पहने नहीं दिया जाता है। मैं अभी गुरुद्वारा जा रहा हूं। भागलपुर के साथ-साथ पूरे देश भर के सिखों से पूछ लीजिए क्या यह बात सही है। कोई सिख कह दे कि मैं पगड़ी और कड़ा नहीं पहनता हूं तो मैं राहुल गांधी के बात से सहमत होकर भाजपा छोड़ दूंगा।