लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरा दम-खम लगा रहे हैं. इन सब के बीच कल का दिन कई मायनों में बेहद ही खास माना जा रहा है. दरअसल, कल यानी कि 18 जुलाई को एक तरफ जहां विपक्षी दलों की बैठक बेंगलुरु में होने वाली है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में एनडीए की बैठक होने वाली है. लोकसभा चुनाव के लिए केवल विपक्ष ही एकजुट नहीं हो रही बल्कि उन्हें कड़ी टक्कर देने के लिए बीजेपी भी तैयार है. एनडीए में शामिल सभी दलों ने विपक्ष को टक्कर देने की ठान ली है.
19 दलों को भेजा गया है न्योता
बता दें कि, कल एनडीए के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं, जिसको लेकर सिल्वर जुबली मनाई जाएगी. सिल्वर जुबली के अवसर पर ही एनडीए के सभी घटक दलों की बैठक भी आयोजित की जाएगी. एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए 19 दलों को न्योता भेजा गया है. वहीं, सबसे खास बात यह भी मानी जा रही है कि बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि, इस बैठक के जरिये बीजेपी ने भी विपक्षी दलों को अपना दम-खम दिखाने की ठान ली है. इस बैठक में एनडीए के घटक दलों के नेताओं के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी और इसके साथ ही गठबंधन को पूरी तरह मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा.
चिराग-उपेन्द्र-मांझी भी होंगे शामिल
एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए बीजेपी की तरफ से लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान, आरएलजेडी सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा और हम के संरक्षक जीतन राम मांझी को भी न्योता दिया गया है. बता दें कि, बिहार में ये सभी चेहरे काफी चर्चित हैं. इसके साथ ही चिराग पासवान तो हमेशा से एनडीए के खास माने जाते हैं. जिसके बाद से ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि, कल विपक्ष दलों की जो बैठक होने वाली है, उसका रंग कहीं फीका ना पड़ जाए. बता दें कि, बीजेपी कहीं ना कहीं अपने आप में एक मजबूत पार्टी है. इसके साथ ही कई अन्य पार्टियों का भी बीजेपी को समर्थन मिल रहा है. जिसके बाद विपक्षी एकता का रंग फीका पड़ने को लेकर चर्चा तेज हो गई है.