2024 के लोकसभा चुनाव में भले ही अभी 8 महीने की देर है. उससे पहले ही 'इंडिया' और 'एनडीए' गठबंधन के नेता देश की जनता को अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए ऐसे-ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे लोकतंत्र की मर्यादा भी तार-तार हो रही है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे ने सनातन धर्म को लेकर जो बयान दिया है, उससे 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं की खूब किरकिरी हो रही है.
जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि, जिस तरह से औरंगजेब और बाबर हिंदुस्तान से सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहते थे, ठीक उसी रास्ते पर इंडिया गठबंधन के नेता भी चल पड़े हैं. लेकिन, यह हिंदुस्तान है सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा और देश की जनता इन्हें बंगाल और अरब सागर की खाड़ी में भेज देगी.
वहीं, सावन के पावन महीने में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मटन बनाने की कला सीखाने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि, 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं को दूसरे का मांस खाने और नोंचने में बहुत आनंद आता है, जिसे देश की जनता भली-भांति समझ गई है और इसका माकूल जवाब 2024 के लोकसभा चुनाव में देगी.
वहीं, बक्सर पहुंचे जदयू के तीन प्रवक्ताओं ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने अश्वनी कुमार चौबे को छुर-छुरी पटाखा बताते हुए कहा कि, अश्वनी कुमार चौबे ऐसे त्रिपुंडधारी जनेऊधारी शिखाधारी फर्जी सनातनी हैं, जो अपने सांसद निधि से मंदिर के चारदीवारी निर्माण में भी पैसा नहीं देते हैं. जबकि बिहार की सरकार केवल मस्जिद की घेराबंदी के लिए ही नहीं मंदिर और चर्च की घेराबंदी के लिए भी पैसा देती है.