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NEET पर बिहार में बवाल, RJD ने आरोपी अमित आनंद और DY. CM सम्राट चौधरी का फोटो शेयर किया

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PATNA- नीट पेपर लीक विवाद में सबसे ज्यादा राजनीतिक अखाड़ा बिहार बन गया है, यहां सत्ताधारी भाजपा और मुख्य विपक्षी दल राजद के नेताओं के बीच लगातार बयान बाजी हो रही है.
डिप्टी सीएम और पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम कुमार पर गंभीर आरोप लगाए और इसमें तेजस्वी यादव को भी लपेटे में लिया है . प्रीतम कुमार ने ही पेपर लीक घोटाले के आरोपी के लिए पथ निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में रूम बुक करवाया था. विजय सिन्हा के बयान के बाद सरकार के दूसरे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कहा कि तेजस्वी यादव को इस मुद्दे पर अपनी बात रखनी चाहिए.
वही तेजस्वी यादव और राजद भाजपा नेताओं के बयान बाजी से नाराज है. राजद के नेता बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं कि सत्ताधारी दल के नेता मुख्य आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं जो इस पेपर लीक कांड का किंगपिन है उसे बचाने की कोशिश बीजेपी कर रही है और मुद्दे को डाइवर्ट कर रही है. इस सिलसिले में बीजेपी के वार पर पलटवार करते हुए राजद ने एक फोटो शेयर किया है जिसमें  नीट पेपर लीक कांड का मुख्य आरोपी अमित आनंद को डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी सम्मानित करते हुए नजर आ रहे हैं.

 तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि जब परीक्षा के दिन से आर्थिक अपराध इकाई ने कार्रवाई की है उसी समय से राजद और उन लोगों ने मांग की है कि नीट पर परीक्षा रद्द की जानी चाहिए, पहले तो बीजेपी की सरकार और केंद्रीय शिक्षा मंत्री पेपर लीक की बात मानने को ही तैयार नहीं थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सख़्ती के बाद केंद्रीय शिक्षा विभाग गड़बड़ी की बात स्वीकार कर रहा है लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहा है.

 नीट के परीक्षार्थी पेपर को कैंसिल करने की मांग को लेकर पूरे देश भर में आंदोलन कर रहे हैं. परीक्षार्थियों की माने तो  यूजीसी नेट परीक्षा को 24 घंटा के अंदर रद्द कर दिया गया, जबकि यूजीसी नेट मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गड़बड़ी की महज आशंका जताई थी, और किसी भी परीक्षार्थी की तरफ से परीक्षा को कैंसिल करने की मांग नहीं की गई थी, वहीं दूसरी और नीट परीक्षार्थी परीक्षा के दिन से ही गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं, पर शिक्षा विभाग कहीं न कहीं  नीट को लेकर  उस तरह की सक्रियता नहीं दिख रहा है जिस तरह की सक्रियता उसने यूजीसी नेट को लेकर दिखाई है. इसे केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय  के मंसूबे पर सवाल उठ रहे हैं.

 बताते चलें की नीट की परीक्षा में बिहार गुजरात और हरियाणा से गड़बड़ी की शिकायत मिली है, परीक्षार्थियों की शिकायत पर जब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और शिक्षा विभाग ने किसी तरह  का ध्यान नहीं दिया तो परीक्षार्थी अलग-अलग राज्यों में हाईकोर्ट में याचिका दायर की वहीं सुप्रीम कोर्ट में भी कई याचिका दायर की गई,. इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कई तरह  के आदेश दिए और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से भी कई तरह के गंभीर सवाल पूछे हैं. इन सभी सवालों का जवाब दाखिल करने के बाद 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. अब देखना है कि सुप्रीम कोर्ट पूरी सुनवाई के बाद क्या फैसला लेती है.

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