राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) से जुड़े राज्य के करीब बीसियों हजार संविदा एएनएम व एनएचएम कर्मी बिहार संविदा एएनएम- एनएचएम कर्मी संघर्ष मोर्चा (गोप गुट) के आह्वान पर 7 सूत्री मांगों खासकर फेस रेकॉग्निज़ेशन अटेंडेंस सिस्टम (FRAS) आदेश को रद्द करने, समान काम- समान वेतन,बकाया मानदेय का भुगतान व ऐच्छिक स्थानांतरण के मुद्दे पर दिनांक 08 जुलाई, 2024 से कार्य बहिष्कार आंदोलन चला रही थी,आज इस आंदोलन के 77 वें दिन सैंकड़ों एएनएम व एनएचएम कर्मियों ने पटना के गर्दनीबाग में विक्षोभ सह संकल्प रैली का आयोजन किया। *इस दौरान कर्मियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का पुतला दहन कर 2025 में नीतीश-भाजपा सरकार को सबक सिखाने, सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने* का सामूहिक संकल्प लेकर 77 दिनों से जारी कार्य वहिष्कार आंदोलन को स्थगित करने का एलान किया। आज के विक्षोभ सह संकल्प रैली से यह भी घोषणा किया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक श्री सुहर्ष भगत तथा अपर मुख्य सचिव,स्वास्थ्य श्री प्रत्यय अमृत द्वारा भाकपा- माले विधायकों श्री महबूब आलम, सत्यदेव राम व एमएलसी कॉ0 शशि यादव से कर्मियों की मांगों पर सहमति व्यक्त किया तथा इन सहमति के बिंदुओं का लिखित पत्र जारी करने पर सहमति व्यक्त किया परन्तु सहमति पत्र जारी नही किया गया जिसको संघर्ष मोर्चा आईएएस अधिकारियों द्वारा सरकार के प्राधिकार को दिया गया चुनौती मानता है तथा इस बात की लिखित शिकायत बिहार के मुख्य सचिव से किया। कर्मियों ने मोर्चा संयोजक अर्चना कुमारी,उषा कुमारी,सीमा कुमारी, कलावती कुमारी,रजनी देवी के नेतृत्व में विक्षोभ सह संकल्प रैली निकाला जो नीतीश -भाजपा सरकार विरोधी नारा लगाते हुए गर्दनीबाग पहुंचा,जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का कर्मियों ने पुतला दहन किया l साथ ही 2025 में एनडीए सरकार को सत्ता से बाहर करने का सामूहिक संकल्प पत्र पढ़कर संकल्प लिया।गर्दनीबाग में अर्चना कुमारी की अध्यक्षता में हुई सभा को मोर्चा नेताओं के अलावे प्रमुख तौर से महासंघ (गोप गुट) अध्यक्ष रामबली प्रसाद,ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव रणविजय कुमार, महासंघ (गोप गुट) महासचिव प्रेमचंद कुमार सिन्हा सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया।गोप गुट के अध्यक्ष रामबली प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश - भाजपा राज में आईएएस अधिकारी मनमानी पर उतर आए है,इसी मनमानी का नतीजा है कि स्वास्थ्य समिति के ईडी सहमति पत्र जारी नहीं कर रहे,उन्होंने कहा आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की बात नही मानते ,आईएएस अधिकारी प्राधिकार को ही चुनौती दे रहे है जो लोकतांत्रिक आंदोलन व लोकतन्त्र के लिए खतरनाक है,इसकी लिखित शिकायत मुख्य सचिव से किया जाएगा। ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव रणविजय कुमार ने संबोधित करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर एएनएम- एनएचएम कर्मियों सहित आशा, रसोइया,आंगनबाड़ी व जीविका कर्मियों के आंदोलन के प्रति विद्वेषपूर्ण व तानशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि यह लोकतन्त्र को कमजोर करने की कार्रवाई है और अलोकतांत्रिक है।गोप गुट महासचिव प्रेमचंद कुमार सिन्हा ने संबोधित करते हुए संविदा कर्मियों के लिए समान काम का समान वेतन लागू करने की मांग नीतीश सरकार से किया। जबकि मोर्चा संयोजिका अर्चना कुमारी ने सहमति का लिखित पत्र राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक से जारी करने की मांग की।
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