संविदा पर बहाल एनएचएम कर्मियों ने सोमवार को कार्य का बहिष्कार किया एवं सरकार से समान कार्य के बदले समान वेतन की मांग की है। बता दे की एचएम बड़ी संख्या में सुदूर क्षेत्रों में तैनात है जिन्हें कई तरह की कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ रहा है और लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते हैं एक बार फिर से
उक्त मांगों की पूर्ति नहीं की जाने तक NHM कर्मियों को नई उपस्थिति सिस्टम FRAS से मुक्त रखने का अनुरोध* मुख्य मंत्री से बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट ) की ओर से पत्र लिखकर आग्रह किया गया है कि राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार द्वारा सभी जिला के अंतर्गत स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत एन एच एम कर्मियों ( जिला स्तर से लेकर स्वास्थ्य उप केंद्र स्तर तक) के लिए उपस्थिति दर्ज करने हेतु HRMS -FRAS लागू किया गया है जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है बल्कि भेदभावपूर्ण एवं आपसी सौहार्द को बिगाड़ने वाला है क्योंकि नियमित कर्मियों को FRAS से मुक्त रखा गया है और सिर्फ संविदा कर्मियों पर लागू करने की नीति दोषपूर्ण है l जिसके विरोध में पूरे सूबे बिहार में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आज से कार्य बहिष्कार किया जा रहा हैl विदित हो कि संविदा कर्मियों के कारण ही बिहार में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं काफी बेहतर हुई है परंतु एनएचएम कर्मियों जो पूर्व से ही समान काम के लिए समान वेतन एवं अन्य सुविधाओं की मांग कर रहे थे उनके मांगों को नजर अंदाज कर जबरन दो तरह कि नीति अपनाते हुए सिर्फ संविदा कर्मियों को उपस्थिति बनाने हेतु नई सिस्टम FRAS लागू किया जा रहा है जबकि उक्त संविदा कर्मी अल्प वेतन भोगी हैं एवं उक्त कर्मियों को कोई भी सरकारी मोबाइल उपलब्ध नहीं कराया गया है न ही प्रति माह रिचार्ज करने के लिए कोई राशि दी जाती है l
ज्ञातव्य हो कि बहुत सारे स्वास्थ्य उपकेंद्र काफी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित है जहां पर प्राय: मोबाइल नेटवर्क भी उपलब्ध नहीं रहता है एवं यातायात की भी कोई बेहतर सुविधा उपलब्ध नहीं है l ऐसी परिस्थिति में उक्त एन एच एम कर्मियों को काफी आर्थिक एवं मानसिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है