प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार का मिजाज इन दिनों बदला-बदला लग रहा है. ऐसे में कई लोगों के द्वारा कयास लगाये जा रहे हैं कि वे कभी भी पलटी मार सकते हैं. इस बीच आज ही आनन-फानन में कैबिनेट की बैठक बुलाई गई. जिसके बाद राजनीतिक पारा हाई हो गया है. सभी की नजरें आज की बैठक पर टिकी हुई है. हर कोई जानना चाह रहा कि सीएम नीतीश कुमार कौन-सा बड़ा फैसला लेने वाले हैं ? आखिरकार आनन-फानन में बैठक बुलाने की वजह क्या है?
नियोजित शिक्षकों से जुड़ा ले सकते हैं बड़ा फैसला
बता दें कि, यह कैबिनेट बैठक दोपहर 3.30 बजे मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद केंद्र में होगी. इसे लेकर कैबिनेट के तमाम विभाग के मंत्री और आला अधिकारियों को सूचना दे दी गई. सूत्रों के मुताबिक, बैठक को लेकर खबर यह भी सामने आ रही है कि, इस दौरान नियोजित शिक्षकों से जुड़ा बड़ा फैसला लिया जा सकता है. राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिये जाने पर जल्द ही फैसला लिये जाने की आस है. इसको लेकर शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है. वित्त विभाग और कैबिनेट की स्वीकृति के बाद शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जा सकता है.
1 लाख 70 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जारी
बता दें कि, फिलहाल में बिहार लोक सेवा आयोग से राज्य के माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के करीब 1 लाख हजार पदों बहाली प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए अगस्त माह में बीपीएससी टीआरई का आयोजन किया गया था. अभी सभी स्तर के शिक्षक पदों के अभ्यर्थियों को टीआरई रिजल्ट जारी होने का इंतजार है. हालांकि, इससे पहले आयोग ने टीआरई अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया है.
जातीय गणना की रिपोर्ट पर भी हो सकती है चर्चा
बता दें कि, हर बार नीतीश कैबिनेट की बैठक मंगलवार को होती है. लेकिन, इस बार सोमवार को ही बैठक बुलाई गई. जिसके बाद से कयासों का बाजार गर्म है. हर किसी के द्वारा अनुमान लगाया जा रहा कि, आखिर किन मुद्दों पर चर्चाएं हो सकती है. इसी क्रम में बैठक में शिक्षकों के अलावे जातीय गणना की रिपोर्ट को लेकर भी चर्चा हो सकती है. हालांकि, बैठक में क्या कुछ होगा वह तो देखने वाली बात होगी.