Desk- नरेंद्र मोदी को NDA संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है और राष्ट्रपति ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त भी कर दिया है वे 9 जून की शाम में शपथ लेने वाले हैं. पर अभी तक एनडीए के सहयोगी दलों के संसदीय दल के नेता का चुनाव नहीं हो पाया है इसमें दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी जेडीयू भी है.
बताते चलें कि जदयू के इस बार 12 सांसद चुनाव जीत कर आए हैं वहीं राज्यसभा के तीन सांसद हैं यानी कुल सांसदों की संख्या 15 है, पर अभी तक जदयू की तरफ से संसदीय दल के नेता का चुनाव नहीं किया गया है. वही मोदी मंत्रिमंडल में जदयू कोटे से भी मंत्रियों के शपथ लेने की पूरी संभावना है, पर मंत्री बनने का सौभाग्य किन सांसदों को मिलने वाला है यह अभी तय नहीं हो पाया है.
बताते चलें कि एनडीए संसदीय दल की बैठक से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अपने सभी सांसदों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में किसी भी सांसद को संसदीय दल के नेता के रूप में नहीं चुना गया. सभी सांसदों ने यह अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को दे दिया है. अब नीतीश कुमार ही तय करेंगे कि जदयू संसदीय दल का नेता कौन होगा और फिर मोदी कैबिनेट में किन्हे मंत्री बनने का सौभाग्य मिलेगा.
ऐसी संभावना है कि मोदी मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार की जदयू को तीन मंत्री पद मिल सकता है ऐसे में दो लोकसभा से और एक राज्यसभा के सांसदों को नीतीश कुमार मौका दे सकते हैं.मंत्री पद की रेस में सबसे ज्यादा नाम ललन सिंह और संजय झा का लिया जा रहा है. ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं वहीं संजय झा बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं और अभी हाल ही में राज्यसभा के लिए चुने गए हैं. ऐसा देखा गया है कि नीतीश कुमार अपने फैसलों में अक्सर चौंकाते रहे हैं, और जिनका नाम मंत्री पद या पार्टी में सीनियर पदों के लिए मीडिया में अक्सर उछलता है, उसका पता वे काट देते हैं. ऐसी संभावना है कि 9 जून के मंत्रिमंडल विस्तार से पहले मंत्रियों के नाम के साथ ही संसदीय दल के नेता के नाम का भी फैसला नीतीश कुमार सार्वजनिक कर देंगे.