लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर इंडिया और एनडीए नाम से दो खेमा मुख्य तौर पर बन गया है. बीते 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में इंडिया अलायंस की बैठक के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर इस गठबंधन में शामिल तमाम राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी करने में लग गईं हैं. इसी क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू नेताओं और संगठन के लोगों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं. लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बैठक को लेकर बताया कि मुख्यमंत्री पार्टी के कार्यकर्ताओं से पार्टी के नेताओं से लगातार मिलते रहे हैं और संवाद स्थापित करते रहे हैं, यह तो रूटीन वर्क है. हमारे जिला अध्यक्षों और प्रमंडल प्रभारियों के साथ 11 सितंबर को बैठक हैऔर 12 सितंबर को प्रखंड अध्यक्षों और विधानसभा प्रभारियों के साथ बैठक होगी. पार्टी से संबंधित सभी साथी से उनसे मिलेंगे और रूबरू होंगे.
उमेश कुशवाहा ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी हमलोग कर रहे हैं और सीएम नीतीश इस बैठक के दौरान संगठन को मजबूत और धारदार बनाने के लिए अपनी टिप्स देंगे. सीएम नीतीश ने जो संकल्प लिया है भाजपा हटाओ देश बचाओ. भाजपा मुक्त देश बनाओ, इस संकल्प और अभियान को आगे तेजी करने के सिलसिले में संगठन के और भी कुछ बिंदु हैं, उसपर भी बात होगी.
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में बिहार महागठबंधन के अन्य दल भी जुट चुके हैं. घटक दलों में अपने-अपने स्तर से सीटों की दावेदारी को लेकर मंथन चल रहा है. 2024 की लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी, इसे लेकर 30 सितंबर से पहले महागठबंधन की बैठक होने वाली है. इस बैठक में टिकट बंटवारे पर भी चर्चा होगी.
भाकपा माले के प्रमुख दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि टिकट को लेकर हमने पार्टी का प्रस्ताव राजद को भेजा है और जहां हमारे विधायक हैं, उन सभी संबंधित संसदीय सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि इससे पहले भाकपा- माले ने तो अपनी नौ सीटों का प्रस्ताव राजद को भेज दिया है. इस बार बिहार में मुकाबला बदले हुए समीकरण के साथ होगा ऐसे में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का मामला भी राजनीतिक रूप से बेहद दिलचस्प रहेगा.