बड़ी खबर बिहार विधानसभा के बजट सत्र से निकलकर सामने आ रही है. जहां सीएम नीतीश कुमार ने राज्य के सभी शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी दी है. सीएम ने कहा कि स्कूलों में टीचर को आने को लेकर जो टाइम टेबल निर्धारित किया गया है उसको लेकर आज ही एक्शन लेंगे और इसको लेकर पाठक जी को बुलाकर बात करेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में स्कूलों की टाइमिंग बदली जाएगी या नहीं जो स्कूल पहले सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलते थे अब वापस से इसी समय में चलेंगे. मतलब साफ है कि केके पाठक ने स्कूलों के टाइमिंग को लेकर जो बदलाव किया था वह रद्द किया जाएगा और पुराने नियमों के अनुसार ही स्कूल के टाइम टेबल का संचालन किया जाएगा.
दरअसल, विधानसभा के अंदर आज पांचवें दिन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष के विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे. उसके बाद सीएम नीतीश कुमार खुद खड़े हुएं और कहां कि आप लोग जो विरोध कर रहे हैं हम बात समझ रहे हैं. उसी दौरान विपक्ष के एक विधायक ने स्कूलों में शिक्षकों की टाइमिंग को लेकर भी बात कही. उनकी बातों को सुनते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि आपकी बात हम सुन रहे हैं और आज ही इसको लेकर आज ही हम बात कर लेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो पहले से ही कहते रहते थे कि स्कूल का टीचरों को आने का समय 9 बजे से नहीं होना चाहिए बल्कि 10:00 से शाम 4:00 बजे तक होना चाहिए. इसको लेकर हम आज ही बात कर लेंगे और इसका निदान करेंगे. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के विधायकों को कहा कि अब आप लोग जाकर बैठ जाइए. सीएम ने कहा कि देखते हैं आख़िर क्यों नहीं मेरी बात मान रहे हैं.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य केके पाठक के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. विपक्षी विधायक नियोजित शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा का विरोध जता रहे थे. दरअसल, आज विपक्ष ने केके पाठक के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रखी थी. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा के बाहर पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर माले विधायकों के साथ केके पाठक के खिलाफ पोस्टर लेकर खड़े थे और माले के विधायकों के साथ केके पाठक के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा लिए जाने का विरोध जता रहे थे.
स्पीकर के सदन में पहुंचने के बाद जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई आरजेडी, माले और कांग्रेस के विधायक केके पाठक पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे और वेल में पहुंच गए. स्पीकर बार बार कहते रहे कि जो भी मुद्दा है उसे प्रश्नोत्तर काल के बाद उठाइएगा लेकिन विपक्ष के विधायक सुनने को तैयार नहीं थे.
विपक्षी सदस्यों का कहना था कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के नाम पर उन्हें प्रताड़ित करने का काम कर रही है. सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में विपक्ष ने जोरदार तरीके से नियोजित शिक्षकों के परीक्षा के मामले और KK पाठक के फैसले पर सवाल उठाया.
माले विधायक सत्यदेव राम सीएम नीतीश के टेबल के पास पहुंच गए और उनसे अपनी बात कही. स्पीकर के निर्देश पर विपक्ष के सदस्य अपने स्थान पर बैठ गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसपर जवाब देना पड़ा. मुख्यमंत्री ने विपक्ष को भरोसा दिलाया कि वे केके पाठक से बात करेंगे.