इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली से पटना लौट आए हैं. एनडीए पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अटल जी के समय रखा गया था एनडीए का नाम. हमने जब पटना में कराई बैठक तब फिर उन लोगों ने की एनडीए की बैठक. मेरा किसी से मिलने का कोई कार्यक्रम दिल्ली में नहीं था. बढ़ते अपराध के सवाल पर कहा कि अपराध बढ़ा कहां है, यह तो घटा है. आंकड़े देख लीजिए. इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया पर भी चुटकी ली और कहा कि आप लोग तो छापेंगे नहीं.
आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और वह इस प्रयास में लगातार हैं कि लोकसभा चुनाव में ‘वन अगेंस्ट वन’ के फार्मूले पर एनडीए गठबंधन को चुनौती दी जाए. विपक्षी एकता के लिए आगामी बैठक मुंबई में 31 अगस्त और 1 सितंबर को प्रस्तावित है. इससे पहले नीतीश कुमार 16 अगस्त को दो दिनों से दिल्ली दौरे पर पहुंचे थे. लेकिन, हैरत की बात ये रही कि दिल्ली में रहने के बावजूद I.N.D.I.A गठबंधन के किसी नेता से उनकी मीटिंग तक नहीं हुई. अब सबसे चौंकाने वाली खबर यह कि वे शुक्रवार के बदले गुरुवार को ही वापस पटना रवाना हो गए.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, समय से पहले ही नीतीश कुमार की दिल्ली से पटना वापसी का प्रोग्राम अचानक बना. दरअसल, इसके पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश का दूसरे दिन (गुरुवार) को भी दिल्ली में किसी बड़े नेता से मिलने का कार्यक्रम तय नहीं हो पाया. पहले तो कहा गया था कि वे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलेंगे. लेकिन, अचानक ही नीतीश कुमार की पटना वापसी की खबर आ गई. अब इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं.
केजरीवाल से नहीं मिल पाए नीतीश
यहां यह बता दें कि दिल्ली प्रवास के दौरान नीतीश कुमार बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के बाद अरविंद केजरीवाल से मिलकर उन्हें जन्मदिन की बधाई देने वाले थे. लेकिन, बुधवार की शाम तक कांग्रेस की ओर से दिल्ली में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की बयानबाजी शुरू हो गई. इसके बाद तो आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के बीच बयानबाजियां तेज हो गईं. बताया जा रहा है कि ऐसे में नीतीश कुमार अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करके कांग्रेस नेतृत्व को नाराज नहीं करना चाहते थे.