पटना: नीतीश कुमार आज बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में 10वीं बार शपथ लेंगे। नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही कई रिकॉर्ड अपने नाम करेंगे। वे बिहार में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड पहले ही अपने नाम कर चुके हैं और आज शपथ लेते ही बिहार में सबसे अधिक बार शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री भी बन जायेंगे। देश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेताओं में भी नीतीश कुमार का नाम शामिल है। इससे पहले वे 9 बार शपथ ले चुके हैं और आज दसवीं बार शपथ लेंगे।
सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता
पवन कुमार चामलिंग- देश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता में सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग का नाम आता है। उन्होंने 5 बार पद की शपथ ली थी और 24 वर्षों तक राज्य की सत्ता संभाली थी। वह सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता हैं।
नवीन पटनायक- उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का नाम इस सूची में दूसरे नंबर पर आता है। नवीन पटनायक बीजू जनता दल के नेता हैं और वे 24 वर्ष 99 दिनों तक उड़ीसा के मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने 5 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
ज्योति बसु- पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने करीब 23 वर्षों तक राज्य की सत्ता संभाली थी। उन्होंने भी 5 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
गेगोंग अपांग- गेगोंग अपांग असम में 1980 से 1999 और फिर 2003 से 2007 तक मुख्यमंत्री रहे थे। उन्होंने भी 5 बार शपथ ली थी। हालांकि इस दौरान उन्होंने कई बार पार्टी बदली थी।
लाल थनहवला- मिजोरम के पूर्व मुख्यमंत्री लाल थनहवला भी अलग अलग कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे हैं। वह कांग्रेस पार्टी से 1984 से 1986, 1989 से 1998 और 2008 से 2018 तक 22 वर्ष मुख्यमंत्री पद पर रहे।
वीरभद्र सिंह- हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह 21 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे हैं।
माणिक सरकार- इस सूची में त्रिपुरा के माणिक सरकार का भी नाम शामिल है। वे 19 वर्षों तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे हैं।
नीतीश कुमार- इस सूची में नीतीश कुमार का भी नाम शामिल हो गया है। वे करीब 19 वर्ष तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे और आज 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अगर नीतीश कुमार अपना 5 वर्षों का कार्यकाल पूरा करते हैं तो फिर देश में सबसे लंबे समय तक सीएम रहने वाले टॉप 3 नेताओं में शामिल हो जायेंगे।
नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे। इससे पहले बिहार के 7 मुख्यमंत्रियों ने एक बार से अधिक बार शपथ ली है। इसमें सबसे पहला नाम बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण का नाम है, उन्होंने पहली बार 1952 और दूसरी बार 1957 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद भोला पासवान शास्त्री ने जून 1968 और जून 1969 में बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। उन्हें कुल तीन बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया गया था लेकिन फिर भी वे कुल 1 वर्ष तक बिहार के मुख्यमंत्री नहीं रह सके थे। कर्पूरी ठाकुर भी दो बार मुख्यमंत्री बने थे, वे पहली बार दिसम्बर में 1970 में सीएम बने थे और 163 दिनों तक पद पर रहे थे, फिर वे दूसरी बार 1977 से एक वर्ष 301 दिनों तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र ने तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वे तीनों बार मिला कर 5 वर्ष तक बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहे थे। लालू यादव ने भी दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वे पहली बार 1990 से 1995 तक और 1995 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे फिर राबड़ी देवी ने तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पहली बार 25 जुलाई 1997 से 11 फरवरी 1999 तक वह 1 साल, 201 दिन तक मुख्यमंत्री रहीं। 9 मार्च 1999 से 2 मार्च 2000 तक वह 359 दिन के लिए दूसरी बार मुख्यमंत्री बनीं। उनका तीसरा और आखिरी कार्यकाल 11 मार्च 2000 से 6 मार्च 2005 तक रहा।