बिहार में शिक्षकों का आंदोलन लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने आंदोलन को देखते हुए एक बड़ा फैसला किया है. उन्होंने फरमान निकाला है जिसमे कहा गया है कि सभी शिक्षक 13 जुलाई को अपने स्कूल में रहेंगे. इसके अलावा वो एक सप्ताह न कोई छुट्टी ले सकते है और ना ही किसी छुट्टी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अगर वो छुट्टी चाहते हैं तो उन्हें केके पाठक से आकर लेनी होगी.
इस वजह से लिया सरकार ने ये फैसला
दरअसल, बिहार में आज बीजेपी शिक्षकों के विभिन्न मुद्दे को हथियार पटना के गांधी मैदान से विधानसभा मार्च तक करेगी. इसके लिए उन्होंने शिक्षकों के सभी गुटों का आह्वान किया है. इस मार्च में बीजेपी के कई बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न शिक्षक संघ के नेता, शिक्षक अभ्यर्थी, नियोजित शिक्षक भी हिस्सा ले रहे हैं.
पत्र में लिखी है ये बात
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा जारी किये गए लेटर में लिखा है, " जिले के सभी विद्यालयों में 13 जुलाई को शत प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति का जायजा लिया जाना आवश्यक है. इसकी जिम्मेदारी जिले में जिला स्तरीय पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी और अन्य पदाधिकारियों को दी जा रही है. सभी विद्यालयों में 13 जुलाई को शिक्षकों की उपस्थिति की जांच की जाए, जो शिक्षक अनुपस्थित मिलेंगे, उन्हें निलंबित करते हुए कार्रवाई के लिए नियोजन इकाई को लिखा जाए. इतना ही नहीं जो शिक्षक अन्य लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं, उनके विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी.''