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FRS के खिलाफ हड़ताल कर रही हज़ारो ANM के खिलाफ NO WORK NO PAY का आदेश..

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Desk- FRS APP के जरिए अटेंडेंस बनाने के आदेश के खिलाफ बिहार के हजारों एनएचएम एएनएम हड़ताल पर हैं.ये एएनएम अपनी मांगों के समर्थन में सीएचसी से लेकर अनुमंडल,सदर अस्पताल और पटना मुख्यालय तक प्रदर्शन कर रही हैं, पर स्वास्थ्य विभाग इनकी मांगों को सुनने को भी तैयार नहीं है और आंदोलन करने वाली ANM के खिलाफ सख़्ती शुरू की है.

 स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद राज्य के अलग-अलग जिलों में सिविल सर्जन की तरफ से आदेश निकल जा रहे हैं कि जो भी एएनएम हड़ताल पर हैं. उनपर नो वर्क नो पे का नियम लागू किया जाएगा. बेगूसराय सिविल सर्जन का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें सभी अनुमंडलीय अस्पताल और पीएचसी के प्रभारी को  यह आदेश दिया गया है कि जो भी एएनएम FRS एप पर अटेंडेंस के खिलाफ हड़ताल पर हैं उनकी सूची बनाकर भेजें और नो वर्क नो पर नियम के तहत मानदेय की कटौती करें.

 वही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की जा रही सख़्ती के बावजूद हड़ताली anm पीछे हटने को तैयार नहीं है. इन ANM द्वारा आपस में ये मैसेज दिया जा रहा है कि ANM की जिस प्रकार की एकता देखने को मिली , वो काबिलेतारीफ है ।सभी साथियों का योगदान काफी सराहनीय है ।कार्य बहिष्कार के का असर देखने को मिल रहा है ।डेटा में लगातार गिरावट हो रही है , जिस कारण अब राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार पर प्रेशर बनता नजर आ रहा है ।

हम सभी साथियों को इसी प्रकार एक दूसरे के हाथ पकड़ कर इस आन्दोलन को नयी दिशा देनी है ।अभी तक हमारे तरफ से कार्य बहिष्कार किया गया.

अब राज्य स्वास्थ्य समिति की तरफ से डराने का काम शुरू होगा , लेकिन सभी को मजबूती के साथ खड़े रहना है ।आंदोलन इसी प्रकार आगे बढ़ाए ।सोमवार से आंदोलन को और गति मिलने जा रही है क्योंकि NHM के कुछ और संघ ने आंदोलन का मन बना लिया है ।बस थोड़ा धैर्य बना कर एक दूसरे का साथ दीजिये ।जीत जरूर मिलेगी । कार्य बहिष्कार जारी रहेगा धमकी से डरना नहीं है। अभी ऐसी बहुत धमकी आएगी ।धमकियों का मतलब पॉजिटिव सोचिए. सरकार ग्राफ नीचे होने से तिलमिला गई है । अभी आंदोलन तेज करने की जरूरत है न की डर कर बैठने की. सरकार का डरना हमारी पहली जीत है ।

बताते चले कि हड़ताली एएनएम FRS अटेंडेंस के खिलाफ के साथ ही समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रही है. इन ANM का कहना है कि उन्हें कम मेहनताना मिलता है और ग्रामीण क्षेत्रों में उन्हें  भ्रमण करना होता है जहां मोबाइल नेटवर्क कमजोर होता है ऐसे में उन्हें FRS सिस्टम से जोड़ना सही नहीं है. FRS सिस्टम से सबसे पहले सीनियर नर्स  और स्थाई स्वास्थ्य कर्मियों को जोड़ना चाहिए जिन्हें वेतन के रूप में बड़ी राशि मिलती है, पर इन्हे स्वास्थ्य विभाग छूट दे रही है और कम मेहनताना पर काम करने वाले एएनएम के खिलाफ सख़्ती बरत रही है जो कहीं से भी सही नहीं है. में एएनएम के हड़ताल की वजह से टीकाकरण समेत अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ रहा है.

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