Desk- नई दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भर जाने की वजह से वहां पढ़ाई कर रहे तीन छात्र-छात्राओं की दुखद मौत हो गई थी. इस मौत को लेकर दिल्ली की राजनीति गर्म है सभी राजनीतिक दलों के नेता एक दूसरे पर दोष रोपण कर रहे हैं वहीं छात्र संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं. यह मुद्दा सोमवार को संसद में भी उठा था.
इस हादसे के बाद दिल्ली में एमसीडी समेत अन्य एजेंसियां सतर्क हुई है और अलग-अलग कोचिंग संस्थानों की जांच पड़ताल कर रही है वहीं अब इस जांच का दायरा बिहार भी पहुंच चुका है. राजधानी पटना के जिलाधिकारी ने इस संबंध में जांच के लिए कमेटी का गठन किया है. अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी को दो सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. इस रिपोर्ट के आधार पर लापरवाही करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
डीएम कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है इसमें अनुमंडल पदाधिकारी के साथ ही अनुमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी, नगर कार्यपालक पदाधिकारी, अंचलाधिकारी,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और संबंधित थानाध्यक्ष को सदस्य बनाया गया है.
इस कमेटी को 6 बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया गया है जिसमें कोचिंग संस्थानों की विधिवत निबंध की स्थिति,सुरक्षा मानकों के अनुपालन की स्थिति,बिल्डिंग बायोलॉज का अनुपालन.फायर एग्जिट की व्यवस्था, कोचिंग संस्थानों में प्रवेश एवं निकास द्वारा की पर्याप्त व्यवस्था और आकस्मिक स्थिति से निपटने की व्यवस्था पर जांच की जानी है.