कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर जी ने मीडिया संबोधित करते हुए कहा की 2019 से 2022 के बीच में चैयनित सभी 1.5 लाख अभ्यर्थीयों की तत्काल नियुक्तियां की जाए एवम स्थाई सेना भर्ती की बहाली वा अग्निपथ योजना तो तत्काल निरस्त करते हुए वर्तमान अग्निविरो का स्थाई प्रबंध हो । अग्निपथ योजना युवाओं के सामने कई चुनौतियां पेश की है विशेष रूप से कम वेतन और पहचान की कमी इस योजना में चयनित युवाओं को न केवल रेगुलर सी कर्मियों की तुलना में कम वेतन मिलता है बल्कि उन्हें महंगाई भत्ता सेवा सेवा वेतन चिकित्सा सुविधा बीमा और अन्य सैनिक लबों से वंचित किया जाता है ।
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आमिर हाशमी ने कहा की शहादत की स्थिति में उन्हें शहीद का दर्जा और इससे जुड़े लाभ नहीं दिए जाते हैं जबकि रेगुलर सेवा के जवानों को 15 साल तक पूरे करने पर उसके बाद पेंशन का लाभ भी मिलता है इसके अलावा 4 साल की सेवा के बाद यह युवा तत्काल बेरोजगारी का सामना करते हैं उन्हें शिक्षा चिकित्सा सुविधाओं पेंशन कैंटीन सुविधाओं वितरण स्टेटस और अन्य सैन्य लबों तक पहुंच से वंचित रहना पड़ता है इन विषय क्षमताओं के कारण युवाओं का सेवा की ओर रुझान घट रहा है जो आरटीआई के अनुसार 2022-23 में 34 लाख से घटकर2023 24 में 10 लाख हो गया है आयुर्वेद अब अन्य क्षेत्रों में रोजगार की खोज कर रहे हैं ।
भाजपा सरकार की अग्निपथ योजना निर्णय केवल हमारे युवाओं के सेवा में शामिल होने के सपनों को तोड़ा है बल्कि हमारी रक्षा बलों के भविष्य के लिए एक गंभीर संकट भी पैदा किया है पूर्व सेवा प्रमुख सम नरवाने के अनुसार जून 2022 में 4 साल की अवधि के लिए सैनिकों नाभि को और वायु सैनिकों की भर्ती के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना ने भारतीय सेवा को आश्चर्यचकित कर दिया था और नौसेना और वायु सेवा के लिए यह आकाशीय बिजली गिरने जैसी थी इस योजना ने दुखद रूप से केवल बिहार में ही 64 युवाओं की आत्महत्या को जन्म दिया है जिसकी सीधी जिम्मेदारी केंद्र में बैठी भाजपा सरकार पर है ।
प्रदेश उपाध्यक्ष अनिकेत राज ने कहा की केंद्र सरकार की ये जो अग्निपथ योजना है ये देश के युवाओं के साथ छलावा है और कही न कहीं देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है ।
एनएसयूआई पूरे प्रदेश में इस योजना को लेकर युवाओं के समक्ष जायेगी ।