New Delhi: शारदीय नवरात्र आज से से शुरू हो गया। इसके साथ ही मां भगवती के नौ स्वरूपों की विशेष पूजा की शुरुआत हो गई है। नवरात्र के पहले दिन यानी आज श्रद्धालु कलश या घटस्थापना करेंगे। इस दिन माता शैलपुत्री की उपासना की जाएगी। मां शैलपुत्री की उपासना से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। मान्यताओं के कारण मां शैलपुत्री ने सफेद रंग के वस्त्र धारण की हुईं हैं। मां के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल है। मां शैलपुत्री की सवारी बैल है। मां शैलपुत्री का यह रूप अत्यंत दिव्य है। मान्यताओं के अनुसार मां शैलपुत्री की पूजा करने से चंद्रमा के बुरे प्रभाव दूर हो जाते हैं।
पहले दिन मां को लगाएं ये भोग
मां शैलपुत्री को दूध और चावल से बनी खीर का भोग लगाएं। दूध से बनी सफेद मिठाइयां भी अर्पित कर सकते हैं। माता के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री को सफेद रंग के फूल चढ़ाएं।
मां शैलपुत्री के पूजा मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां शैलपुत्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै-नमस्तस्यै-नमस्तस्यै नमो नमः
ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः
नवरात्रि 2024 का कैलेंडर
पहला दिन: 3 अक्टूबर 2024-मां शैलपुत्री की पूजा और घटस्थापना का दिन
दूसरा दिन: 4 अक्टूबर 2024-मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का दिन
तीसरा दिन :5 अक्टूबर 2024-मां चंद्रघंटा की पूजा का दिन
चौथा दिन: 6 अक्टूबर 2024-मां कूष्मांडा की पूजा का दिन
पांचवां दिन: 7 अक्टूबर 2024-मां स्कंदमाता की पूजा का दिन
छठा दिन: 8 अक्टूबर 2024-मां कात्यायनी की पूजा का दिन
सातवां दिन:9 अक्टूबर 2024-मां कालरात्रि की पूजा का दिन
आठवां दिन: 10 अक्टूबर 2024-मां सिद्धिदात्री की पूजा का दिन
नौवां दिन: 11 अक्टूबर 2024-मां महागौरी की पूजा का दिन
विजयदशमी: 12 अक्टूबर 2024-दुर्गा विसर्जन