Desk -लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल 2024 पेश किया गया है. कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने ये बिल लोकसभा में पेश किया। बिल सदन के पटल पर रखने के साथ ही कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, सपा, राजद समेत प्रमुख विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध किया। वहीं एनडीए में शामिल जेडीयू और टीडीपी ने बिल का समर्थन किया है.
केंद्रीय मंत्री और जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि ये बिल मुसलमान विरोधी नही है। विपक्षी दल के नेता इस धार्मिक आस्था पर चोट बता रहे हैं उन्हें मंदिर- मस्जिद और संस्था में फर्क मालूम नहीं है।
ललन सिंह ने कहा कि कई माननीय सदस्यों की मैंने बात सुनी। जेडीयू एक पार्टी है। हमें अपनी बात कहनी होगी। कई सदस्यों की बात सुनने से जैसे यह जो संशोधन लाया गया वो मुसलमान विरोधी है, कहां से मुसलमान विरोधी है। यहां अयोध्या मंदिर का उदाहरण दिया जा रहा है, मंदिर और संस्था में फर्क नहीं मालूम है। आपके मस्जिद को छेड़छाड़ करने का प्रयास नहीं किया जा रहा है, यह एक कानून से बना हुआ संस्था है, और उसे पारदर्शी बनाने के लिए बदलाव किया जा रहा है.
वहीं विपक्षी दलों का मुख्य रूप से विरोध इस बात का है कि वह बोर्ड में गैर मुसलमानों को सदस्य बनाया जा रहा है और डीएम को पावर दिया जा रहा है.