बीजेपी सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे एक दिवसीय दौरे को लेकर बक्सर पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान वे मीडिया से मुखातिब भी हुए और उनके सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, 12 जून को पटना में राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले महागठबंधन की बैठक का कोई भी सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने वाला है. महागठबन्धन के नेता ही एक-दूसरे के पैर खींचने में लगे हुए हैं. देश में नरेंद्र मोदी की प्रचंड आंधी चल रही है. जिसमें महागठबंधन की नेता तिनके की तरह बिखर जाएंगे और 2014 और 19 के लोकसभा का भी रिकॉर्ड 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी तोड़ेंगे.
कौन है पीएम मेटेरियल
वहीं, उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि, आखिर महागठबंधन में कौन है पीएम मटेरियल ? मां के लाडले जिनसे पार्टी नहीं संभल रही है और बिहार के पलटू राम जिनसे बिहार नहीं संभल रहा है, जिनको देश का चौहद्दी नहीं पता है. वह भारत के प्रधानमंत्री बनने का मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं. नरेंद्र मोदी से टक्कर लेने के लिए जिगरा होना चाहिए नहीं तो सर फटने के साथ ही मुंह के दांत झड़ जाएंगे.
है हिम्मत तो इस्तीफा देकर करा लें चुनाव
नए संसद भवन के उद्दघाटन समारोह में जदयू सांसद हरिवंश नरायण सिंह के शामिल होने के बाद जदयू नेताओं के तल्ख तेवर पर पलटवार करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि, हरिवंश नारायण सिंह ने जो किया वह राष्ट्र धर्म है. लेकिन, जदयू के लोगों की सोच गंदे नाले के कचड़े की तरह है. जिनको राष्ट्रधर्म की परिभाषा ही नहीं पता है. यदि नए संसद भवन का उद्घाटन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किये जाने पर विपक्ष के नेताओं को इतना ही दुख हो रहा है। तो सभी विपक्ष के सांसद प्रतिज्ञा लें कि नए भवन में प्रवेश नहीं करेंगे. है हिम्मत तो सभी विपक्ष के सांसद इस्तीफा देकर 2 महीने के अंदर चुनाव करा लें तो उनको अपनी औकात का अंदाजा लग जाएगा कि देश की जनता नरेंद्र मोदी के साथ हैं या जिनके पेट में जहरीला दांत है उनके साथ.
गौरतलब है कि, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही, बक्सर संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में हुए बिखराव को एकजुट करने के लिए जिला अतिथि गृह में स्थानीय सांसद अश्विनी कुमार चौबे सुबह से ही लगातार मुलाकात कर रहे हैं और उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं. हालांकि. अभी भी विपक्षी गुट के एक भी नेता जिला अतिथि गृह में नहीं पहुंचे हैं.