Desk- मधुबनी पेंटिंग की प्रसिद्ध कलाकार और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित गोदावरी दत्ता का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है. उनके निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई राजनेताओं और कलाकारों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि मूलरूप से दरभंगा निवासी स्व० गोदावरी दत्ता जी ने मधुबनी पेंटिंग को देश-विदेश में पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उनके निधन से कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने स्व० गोदावरी दत्ता के परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
बताते चलें कि गोदावरी दत्ता को मिथिला पेंटिंग की शिल्पगुरु माना जाता उनका जन्म एक निम्न मध्यम वर्गीय कायस्थ परिवार में दरभंगा के लहेरियासराय में 1930 में हुआ था. इनका विवाह मधुबनी के रांटी गांव में उपेन्द्र दत्त से हुआ. जहां से उनकी पेंटिंग्स की यात्रा शुरू हुई. भारत सरकार के पद्मश्री से सम्मानित गोदावरी दत्त को दर्जनों राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. वह पिछले 5 दशक से मधुबनी में मिथिला पेंटिंग पर काम कर रही थी. बड़ी संख्या में लोग मधुबनी पेंटिंग इनसे सीखने आते है. इनकी पेंटिंग जापान के मिथिला म्यूजियम में भी प्रदर्शित की गई है.