पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रविवार को 'हज़ारा एक्सप्रेस' हादसे का शिकार हो गई. इस ट्रेन दुर्घटना में अब तक कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई है और हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं. शुरुआत में कहा जा रहा था कि ये हादसा ज़्यादा रफ़्तार की वजह से हुआ, लेकिन बाद में रेल मंत्री ने कहा कि ट्रेन सही गति से चल रही थी और उसकी स्पीड 45 किलोमीटर/घंटा थी.
दरअसल, पाकिस्तान में रविवार को रावलपिंडी जा रही हजारा एक्सप्रेस की 10 बोगियां पटरी से उतर जाने से पलट गईं, जिससे कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई और 80 लोग घायल हो गए. जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह दुर्घटना रविवार को शहजादपुर और नवाबशाह के बीच स्थित सहारा रेलवे स्टेशन के पास हुई.
जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त ट्रेन कराची से पाकिस्तान के पंजाब जा रही थी. रिपोर्ट के मुताबिक, घायलों को नवाबशाह के पीपुल्स मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ट्रेन के पटरी से उतरने का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. दुर्घटना के बाद आसपास के अस्पतालों में आपातकालीन प्रोटोकॉल लागू कर दिया गया है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक पाकिस्तान रेलवे के उपाधीक्षक महमूद रहमान ने पुष्टि की कि क्षतिग्रस्त बोगियों से कम से कम 33 शव बरामद किए गए हैं, जबकि लगभग 80 घायल लोगों को अस्पतालों में ले जाया जा रहा है. फिलहाल, ध्यान बचाव कार्य और पटरी से उतरे डिब्बों से लोगों को निकालने पर है. दुर्घटना के कारण की जांच की जा रही है.
एसएसपी संघर ने कहा कि कराची से रावलपिंडी जा रही हजारा एक्सप्रेस की 10 बोगियां नवाबशाह के पास पटरी से उतर गईं. हादसे में 33 लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक घायल हो गए.