सांसद पप्पू यादव ने सारण में हुए चुनावी हिंसा और उसमें दो युवकों की मौत को चुनाव के दौरान फैलाये गये जातीय ज़हर का नतीजा बताया. पप्पू यादव ने इस मामले में बीजेपी और राजद को कोसा और कहा कि सारण में जो भी हो रहा है वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. चुनाव में जातीय दंभ और जातिगत हिंसा की कोई जगह नहीं हो सकती. रूढ़ी जी आप और लालू जी 1990 में एक ही पार्टी में थे. दोनों साथ ही राजनीति कर रहे थे. आज अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए आम लोगों की ज़िंदगी से क्यों खेल रहे हैं? मां बहनों के सम्मान से खिलवाड़ क्यों?पप्पू यादव ने सभी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए कहा कि कोई किसी जाति का अपमान और गाली गलौज न करें. जातीय हिंसा प्रतिहिंसा से बहुत मुश्किल से बिहार आगे निकला है, फिर उस नफ़रत की आग में बिहार को न झोंकें. जिन अपराधियों ने छपरा में दो निर्दोष लोगो की हत्या की है, पुलिस त्वरित कारवाई कर उनको गिरफ़्तार कर जेल भेजे. इससे पहले भी मुंगेर, नवादा या, किसी लोक सभा क्षेत्र में चुनाव के दौरान जातीय ज़हर फैलाया गया है तो सभी समाज के प्रबुद्ध लोग आगे आकर उस विष का शमन करें. सभी वर्ग के बीच शांति सौहार्द को बढ़ावा दें. जो नफ़रत फैलाएंगे उन्हें बिहार माफ़ नहीं करेगा. आग्रह शांति सर्वोपरि है. पुलिस प्रशासन शीघ्रातिशीघ्र न्याय करे.उन्होंने कहा कि सारण में जो दो युवाओं की चुनावी हिंसा में हत्या की गई है. उनके परिजनों के साथ मेरी पूरी संवेदना है. शीघ्र हत्यारों की गिरफ़्तारी कर एक महीना के अंदर कठोरतम सजा दी जाय, जिससे भविष्य में बिहार में कोई चुनावी हिंसा न कर सके. पप्पू यादव ने राज्य सरकार से उनके आश्रितों को एक-एक करोड़ रू और एक-एक सरकारी नौकरी देने की मांग की है।