बिहार में हुई जातिगत गणना के बाद से राजनीति परवान पर है. इस बीच पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने जाति आधारित जनगणना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य में कम से तीन डिप्टी सीएम बनाने की मांग की है. पूर्व सांसद ने अत्यंत पिछड़ी, माइनॉरिटी और उच्च समाज से डिप्टी सीएम देने की मांग की. जाप सुप्रीमो ने कहा प्रदेश में हर समाज का एक प्रतिनिधि होना चाहिए, जो उच्च स्तर पर उनकी बातों और अधिकारों की लड़ाई लड़ सके और उन्हें उनका हक दिलाए.
पप्पू यादव ने कहा कि प्रदेश में जो जातिगत गणना हुई है वह सही है. इस पर विवाद और राजनीति अब बंद होनी चाहिए. प्रदेश में अकेले यादव समाज की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है. अब जरूरी है कि राग-द्वेष को छोड़कर इस गणना के आधार पर सरकार उन सभी समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी भी बढ़ाए. सरकार अगर सभी समाज का विकास चाहती है तो सभी समाज के लोगों की भागीदारी राजनीतिक स्तर पर होनी जरूरी है. इसके लिए सरकार जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाए और उनकी राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करे.
जाप अध्यक्ष ने कहा कि देश में आज एक अलग हवा चल रही है. अपनी राजनीति सेंकने के लिए भाजपा जैसे बड़े दल जाति का कार्ड खेल रहे हैं. ब्राह्मण, ठाकुर और यादव के नाम पर लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है. इसका मकसद केवल और केवल कुछ राजनीतिक लाभ लेना है. देश के साथ-साथ बिहार के नेता भी अपनी राजनीतिक लाभ के लिए लोकतंत्र को ताक पर रख दे रहे हैं. जातीय गणना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, यह समाज और राज्य के विकास के लिए जरूरी है लेकिन नेता इसमें अपना राजनीतिक लाभ देखकर इसे अपने अनुसार खेल का रंग दे रहे हैं.
पप्पू यादव ने कहा कि लोकतंत्र राजनीति और समाज के लिए यह बेहद खतरनाक है. इससे युवा और आम लोगों में गलत संदेश जा रहा है. उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि जाति के नाम पर खेल करने वालों पर कानून के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई हो. पप्पू यादव ने कहा कि हमारी पार्टी हर समाज के सुख-दुख में साथ खड़ी रहती है. उनकी पार्टी आरक्षण में 66% के पक्ष में है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी वर्गों से उन्हें समर्थन मिल रहा है. वो उनकी आवाज बनने का काम कर रहे हैं.