चाचा और भतीजे में एक बार फिर कार्यालय का मामला गर्म हो गया है । दरअसल बिहार भवन निर्माण विभाग की ओर से पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी को कार्यालय खाली करने का नोटिस जारी किया गया है । और इस नोटिस में 7 दिनों का टाइम दिया गया है । इस नोटिस को लेकर राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण कुमार ने कहा कि भवन निर्माण विभाग का एक तरफा फैसला है । द्वेषपूर्ण फैसला है । इसमें कुछ ना कुछ साजिश है । क्योंकि 2021 में पार्टी टूटी उसके बाद हमने भवन निर्माण विभाग को लिख कर दिया था । लोक जन शक्ति पार्टी का जो मूल नाम और चुनाव चिन्ह को चुनाव आयोग ने सीज कर दिया है । दोनों पार्टियों को अलग-अलग नाम और अलग-अलग सिम्बल दे दिया है । भवन निर्माण विभाग कहती है इसका आवंटन लोक जनशक्ति पार्टी के नाम से हैं । राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नाम से नहीं है । हमने उसी समय कहा था कि लोक जन शक्ति पार्टी का सिम्बल और नाम फ्रीज कर दिया गया है । इसका आवंटन राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी के नाम से कर दिया गया है । लेकिन भवन निर्माण विभाग दो-तीन साल तक कान में तेल डालकर सोया हुआ था । लेकिन अब किसी दूसरे पार्टी को इसका आवंटन दे दिया गया है । इसको लेकर हम न्यायालय में गए न्यायालय में यह मामला है । लेकिन एक भवन विभाग की ओर से नोटिस आता है । जिसमें कहा गया है कि जल्द से जल्द खाली करें । यह एक द्वेषपूर्ण व्यवहार है ।