बिहार में यदि आप शिक्षक बन गए हैं तो सतर्क-सावधान हो जाएं. एक काम करने से आपकी नौकरी जा सकती है. अपर मुख्य सचिव केके पाठक के शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से चयनित शिक्षकों को इस संबंध में चेतावनी जारी की है. शिक्षा विभाग ने बीपीएससी से चयनित शिक्षकों को चेतावनी दी है कि नए शिक्षक कोई संघ ना बनाएं. यदि वह ऐसा करते हैं तो शिक्षा विभाग में उनकी सेवाएं समाप्त की जा सकती हैं.
बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने शिक्षकों की बंपर बहाली की है. दूसरे चरण की नियुक्तियां भी होने वाली हैं. परंतु, इस बीच बिहार लोक सेवा ने शिक्षकों को यह चेतावनी दे दी है. शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी तरह का संघ या मंच बनाया. ऐसा करते पाये गये तो उनकी नौकरी जाएगी. यह चेतावनी शिक्षा विभाग ने शनिवार को नवनियुक्त शिक्षकों को दी है.
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को क्यों दी चेतावनी?
विभागीय आदेश में कहा गया है कि यह बात संज्ञान में आई है कि आयोग से चयनित शिक्षिका बबीता चौरसिया ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक बीपीएससी शिक्षक संघ नामक संघ बनाया है और उसका लेटरपैड छपवाया है. बबीता चौरसिया उक्त संघ की अध्यक्ष भी हैं. उनसे विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा है कि क्यों न आपकी शिक्षा विभाग ने नवनियुक्त शिक्षकों को दी चेतावनी, किसी तरह का संघ या मंच बनाते पाए गए तो जाएगी नौकरी औपबंधिक नियुक्ति पत्र रद किया जाए.
इस तथाकथित संघ के मामले को गंभीरता से लेते शिक्षा विभाग ने कहा कि इस प्रकार के किसी भी संघ को तुरंत अमान्य करार दिया जाता है. आगे ऐसा कोई संघ या मंच स्थापित करते हुए कोई शिक्षक पाए गए तो उनकी तत्काल नियुक्ति रद की जाएगी.