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नशे के खिलाफ दौड़ा पटना, एथलीट अंजू बॉबी के साथ युवाओं ने लगाई दौड़...पटना मैराथन का हुआ आयोजन

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पटना में आज यानी रविवार को मैराथन, हाफ मैराथन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में शहर के हजारों लोगों ने भाग लिया. रेस में भाग लेने आए लोगों के लिए मद्य निषेध विभाग और भारतीय स्टेट बैंक की ओर से पूरी व्यवस्था की गई थी. गांधी मैदान में सुबह पांच बजे से प्रतिभागी पहुंच गए थे. वहीं फुल और हाफ मैराथन की शुरूआत सुबह 5.30 बजे से किया गया. जिसके बाद 7 बजे से 10 किमी की दौड़ का आयोजन हुआ फिर 5 किमी की दौड़ सुबह 8.30 से आयोजित हुआ. गांधी मैदान से गंगा पथ, अटल पथ होते हुए पानी टंकी फुट ओवरब्रिज तक दौड़ का आयोजन हुआ.

आज के मैराथन का टैगलाइन रहा रन फॉर नशामुक्त बिहार, इसका मुख्य उद्देश्य नशामुक्त बिहार का संदेश देना था. वहीं इस मैराथन में हजारों युवा अंजू बॉबी के साथ दौड़ लगाई. नशे के खिलाफ इस बड़ी मुहिम में शहर के हजारों लोग शामिल हुए. एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज के साथ दौड़कर 10 हजार धावकों ने नशामुक्ति का संदेश दिया.

एथलेटिक्स अंजू बॉबी जॉर्ज ने 42 किलोमीटर 21 किलोमीटर 10 किलोमीटर 5 किलोमीटर दौड़ का फ्लैग ऑफ दिखाकर शुभारंभ किया. इसमें स्कूली बच्चों के साथ-साथ छात्राओं ने काफी संख्या में भाग लिया. इसमें यूपी के प्रयागराज के अनिल कुमार सिंह ने पहला स्थान प्राप्त किया. दूसरा स्थान कुंडा प्रतापगढ़ यूपी के ज्ञान बाबू ने प्राप्त किया और तीसरा स्थान महाराष्ट्र के सिकंदर ने प्राप्त किया.

इस दौड़ में केन्या और इथोपिया के 12, देश के अन्य राज्यों से 500 और बिहार के 9500 धावक शामिल हुए. पहली बार आयोजित हो रहे पटना मैराथन में 42 किमी की दौड़ में करीब 200 धावक शामिल हुए. वहीं, 21 किमी के हाफ मैराथन में करीब 800 धावक शामिल हुए. शेष धावक 10 किमी और 5 किमी की दौड़ में हिस्सा लिए. सुरक्षा के लिए 40 मजिस्ट्रेट के साथ 150 पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी. वहीं, ट्रैफिक पुलिस के 500 जवान, 75 तकनीकी ऑफिसर्स, 150 वॉलेन्टियर्स भी तैनात थे. 20 सहायता स्टेशन और सभी श्रेणियों के लिए लीड वेहिकल का प्रबंध मौके पर मौजूद था. मैराथन का आयोजन मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और एनईबी स्पोर्ट्स (एनईबी) के सहयोग से हुआ.

एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि, वह दूसरी बार बिहार आई हैं, वह बिहार आकर बहुत खुश हैं. पिछले साल भी वह मैराथन में भाग ली थी. वहीं इस बार रन फॉर नशा मुक्त बिहार टैगलाइन के साथ मैराथन का आयोजन हुआ है जो लोगों को जागरूक करेंगे. नशा आज सिर्फ बिहार के लिए ही नहीं पूरे देश के लिए एक परेशानी बन चुकी है. ऐसे में युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है कि नशा उनके लिए कितना हानिकारक है. कार्यक्रम के आयोजनकर्ता ने कहा कि उनका उद्देश्य बिहार के युवाओं को नशा से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करना भी है. ताकि युवा खेल के प्रति अधिक रूचि लें.

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