बिहार की राजधानी पटना में यातायात को सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार कई कार्य कर रही है. पटना मेट्रो की बात कर लें तो मेट्रो का सबसे लंबा अंडरग्राउंड स्टेशन पटना के चिड़ियाघर के पास बनने जा रहा है. यह जमीन से 17 मीटर नीचे और 355 मीटर लंबा होगा. दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारी की मानें तो चिड़ियाघर स्टेशन पर मेट्रो ट्रेन के ट्रैक बदलने के लिए क्रॉसओवर का निर्माण किया जाना है, इसलिए यह पटना मेट्रो के भूमिगत और एलिवेटेड स्टेशनों में सबसे लंबा होगा.
दो मंजिला बनेगा स्टेशन
पटना जू के पास बनने वाला मेट्रो स्टेशन दो मंजिला होगा. इसके प्रथम तल पर टिकट काउंटर, एस्केलेटर और लिफ्ट सहित अन्य सुविधाएं मिलेंगी. वहीं दूसरे तल पर प्लेटफार्म का निर्माण किया जाएगा, जहां से यात्री अप और डाउन लाइन के लिए मेट्रो ट्रेन पकड़ सकेंगे. पटना के भूमिगत स्टेशन की औसत लंबाई 160 से 355 मीटर और एलिवेटेड स्टेशन की लंबाई 140 से 190 मीटर तक होगी.
रोज इतने यात्री करेंगे सफर
इस स्टेशन से रोज 1 लाख 41 हजार यात्रियों के आवागमन करने का भी अनुमान है. यही कारण है कि इस स्टेशन पर 6 एस्केलेटर और 3 लिफ्ट लगाने की योजना पर काम चल रहा है. बता दें कि चिड़ियाघर मेट्रो स्टेशन का गेट सड़क के दोनों तरफ बनाया जाएगा. एक गेट नेहरू पथ स्थित चिड़ियाघर के गेट नंबर-1 के समीप और दूसरा उसके सामने बनेगा. इन दोनों गेट से यात्री स्टेशन परिसर में आ और जा सकेंगे. मेट्रो स्टेशन परिसर में एक अंडरपास भी होगा, जिससे यात्री अप एवं डाउन लाइन के प्लेटफार्म तक पहुंच सकेंगे.
जानिए क्या है क्रॉसओवर ट्रैक?
क्रॉसओवर ट्रैक अप लाइन से डाउन लाइन और इसके विपरीत ट्रेन की आवाजाही को आसान बनाता है. डीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि क्रॉसओवर ट्रैक का निर्माण करने के पीछे का कारण यह होता है कि मेट्रो के आवागमन के दौरान अगर कोई लाइन बाधित हो जाती है, तो क्रॉसओवर ट्रैक के माध्यम से उस लाइन से मेट्रो को दूसरी लाइन पर डाल दिया जाता है. इसकी मदद से मेट्रो का आवागमन निर्बाध रूप से चालू रहता है. चिड़ियाघर स्टेशन के पास सड़क की चौड़ाई अधिक होने से क्रॉसओवर ट्रैक बनाने का निर्णय लिया गया है.