भोजपुरी सिंगर और पावर स्टार पवन सिंह ने ऐलान किया है कि वो काराकाट सीट से चुनाव लड़ेंगे. और अब उनके बहुजन समाज पार्टी(BSP) के टिकट पर चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं. पवन सिंह ने मायावती से मुलाकात भी की है और अब कयास लगाए जा रहे हैं कि पवन सिंह बसपा का दामन थाम सकते हैं. पवन सिंह को BJP ने पहले पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से कैंडिडेट बनाया था, लेकिन बाद में उन्होंने BJP को टिकट वापस लौटा दिया. अब पवन सिंह बगावत पर उतर आए हैं और काराकाट में NDA प्रत्याशी एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा(RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ ताल ठोकने का ऐलान कर चुके हैं.
पवन सिंह थामेंगे बसपा का दामन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पवन सिंह की शुक्रवार को बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात हुई. इसके बाद भोजपुरी स्टार के बसपा के टिकट पर काराकाट से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है. इससे पहले उनके निर्दलीय ही चुनाव लड़ने की चर्चा थी. बसपा पहले ही बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है. मायावती की पार्टी ने पहले एवं दूसरे चरण की सीटों पर अपने प्रत्याशी भी उतार दिए, अन्य चरणों के कैंडिडेट की घोषणा बाकी है. काराकाट दक्षिण बिहार की प्रमुख लोकसभा सीट है. इसमें रोहतास और औरंगाबाद जिले की तीन-तीन विधानसभा सीटें आती हैं. काराकाट से इस बार RLM प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा NDA प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. राजपूत समाज से आने वाले BJP के बागी पवन सिंह ने यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान करके उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. महागठबंधन की ओर से यह सीट CPI (ML) के खाते में गई और पार्टी ने राजा राम सिंह को उम्मीदवार बनाया है. राजा राम और कुशवाहा दोनों कोइरी जाति से हैं. काराकाट सीट पर कोइरी के अलावा राजपूत वोटरों की संख्या भी अच्छी-खासी है.