बिहार में मानसून इन दिनों पूरी तरह से सक्रिय है. ऐसे में लोगों को उमस वाली गर्मी से राहत तो मिली लेकिन कुछ इलाके के लोगों के लिए यह खतरा भी साबित हो रहा. दरअसल, बिहार में कई ऐसे इलाके हैं जो कि बाढ़ प्रभावित है. ज्यादा बारिश होने पर बाढ़ की त्रासदी लोगों को झेलनी पड़ती है और उन्हें अपना घर भी छोड़ना पर जाता है. पूरे के पूरे गांव पर खतरा मंडराने लगता है. इसी क्रम में खबर भागलपुर से है जहां कुछ ऐसी ही स्थिती देखने के लिए मिली. गांव के लोगों पर जान जाने का खतरा मंडराने लगा जिसके बाद डीएम साहब ने पूरे इलाके का जायजा लिया और पूरे गांव को ही खाली करवा दिया.
बता दें कि, भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत गोपालपुर बिंद टोली रिंग बांध ध्वस्त होने के बाद लगातार जिलाधिकारी स्थिति का जायजा ले रहे थे. भारी संख्या में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को गंगा नदी में लगाया गया. गांव को पूरी तरह से खाली करवाया गया. वहीं, बांध पर बसे लोगों को भी जल्द से जल्द बांध खाली करने का निर्देश दे दिया गया. इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ एसडीआरएफ की बोट से बांध की स्थिति और जलमग्न हुए गांव का जायजा लिया. साथ ही बांध पर री इस्टोरेशन कार्य कराने का निर्देश दिया.
जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने कहा कि, बांध पर जो लोग रह रहे हैं उन्हें पहले से जमीन मुहैया कराया गया है. लोगों ने जबरन बांध को अतिक्रमण कर रखा है. हम कुछ लोगों के लिए लाखों लोगों को परेशानी में नहीं डाल सकते हैं जहा. कट हुआ है लगातार री स्टोरेशन का कार्य चल रहा है। बता दें कि, बांध टूटने के बाद लगातार इस्मालपुर बिन्दटोली समेत दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस रहा है. गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया है. एसडीआरएफ और एनडीआर एफ की टीम लगातार गांव को पूरी तरह से खाली करवा रहे हैं.... अगर जल्द ही गांव को पूरी तरह से खाली नहीं करवाया गया तो भारी जान माल का नुकसान हो सकता है...
दर्श न्यूज के लिए भागलपुर से अजय कुमार की रिपोर्ट