Desk- केंद्र कि मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद चिराग पासवान ने कई मुद्दों पर ऐसे बयान दिए जिससे कि बीजेपी असहज हो गई. अब बीजेपी के नेता खुलेआम चिराग पासवान की खिलाफत करने लगे हैं. चिराग पासवान की पार्टी से 2020 में चुनाव लड़ने वाले और वर्तमान में बीजेपी के नेता राकेश सिंह ने खुलेआम उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
राकेश सिंह ने चुनाव आयोग के साथ ही पटना हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चिराग पासवान के हाजीपुर से लोकसभा की सदस्यता को रद्द करने की मांग की है इसके लिए उन्होंने कई कारण गिनाये हैं. उन्होंने रेप के एक केस और पैतृक संपत्ति की जानकारी चुनाव आयोग से छुपाने का आरोप लगाया है. इसके लिए उन्होंने कई कागजात भी पेश किए हैं.
राकेश सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चिराग पासवान के खिलाफ 2021 में रेप का केस हुआ है इसमें उनके चचेरे भाई प्रिंस राज भी आरोपी हैं. चिराग पासवान इस केस को खत्म करने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. इस मामले की सुनवाई चल रही है, पर इस केस की जानकारी चिराग पासवान ने अपने चुनावी हालकनामा में नहीं दिया है. इसके साथ ही राकेश सिंह ने कहा कि खगड़िया के शहरबन्नी में उनकी पैतृक संपत्ति है, उस संपत्ति के बारे में भी चिराग पासवान ने अपने हलफनामा में जानकारी नहीं दी है. इसलिए चिराग पासवान की हाजीपुर से संसद के सदस्यता रद्द होनी चाहिए.
अब देखना है कि राकेश सिंह की याचिका पर चुनाव आयोग और कोर्ट क्या फैसला करता है और चिराग पासवान के आगे की राजनीति पर इसका क्या असर पड़ता है.