उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग हादसे के 10 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. लेकिन, अब तक मजदूरों को नहीं निकाला जा सका है. हालांकि, टनल के अंदर फंसे मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इसके साथ ही उन्हें भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई जा रही है. मजदूरों को टनल से निकालने की कवायद लगातार जारी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे मजदूरों की स्थिति की जानकारी ली. प्रधानमंत्री को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स एवं प्रदेश प्रशासन के परस्पर समन्वय के साथ संचालित बचाव कार्यों से अवगत कराया. इस दौरान उन्हें गत 24 घंटों में हुई सकारात्मक प्रगति एवं श्रमिकों और उनके परिजनों की बातचीत से बढ़े मनोबल की भी जानकारी ली.
पीएम मोदी ने ली मजदूरों की जानकारी
वहीं, इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के जरिये दी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज फोन पर बात कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली. प्रधानमंत्री जी को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट्स एवं प्रदेश प्रशासन के परस्पर समन्वय के साथ संचालित बचाव कार्यों से अवगत कराया. इस दौरान उन्हें गत 24 घंटों में हुई सकारात्मक प्रगति एवं श्रमिकों और उनके परिजनों की बातचीत से बढ़े मनोबल की भी जानकारी दी.
सीसीटीवी फूटेज आया था सामने
आगे मुख्यमंत्री ने यह भी लिखा कि, माननीय प्रधानमंत्री जी का इस कठिन परिस्थिति से निपटने हेतु निरंतर मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है जो हम सभी को पूरी ताकत से श्रमिक भाइयों को शीघ्र और सुरक्षित बाहर निकालने के लिए नित नई उर्जा प्रदान करता है. बता दें कि, 'मौत की सुरंग' में फंसे मजदूरों का सीसीटीवी फूटेज सामने आया था. इतने दिनों में पहली बार मजदूरों की तस्वीरें सामने आई जिसमें उन्हें साफ-साफ देखा गया कि, मजदूरों की अंदर क्या हालत हो रही है और किस परिस्थिति में रहने के लिए मजदूर मजबूर हैं. इसके अलावे अंदर लाइट की पूरी व्यवस्था है, वीडियो में मजदूरों को सिर पर सेफ्टी हेलमेट पहने हुए देखा जा सकता है.
डीआरडीओ के रोबोट भी कर रहे काम
फिलहाल, अंदर फंसे सभी मजदूर पूरी तरह सुरक्षित हैं. अब बस उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालने की कोशिश है. इतना ही नहीं, सुरंग में फंसे मजदूरों से वॉकी टॉकी की मदद से बातचीत की गई और उनका हाल-चाल जाना गया. बता दें कि, मजदूरों और सुरंग के अंदर का हाल चाल जानने के लिए पाइप के ही माध्यम से सुरंग में कैमरा भेजा गया है. वहीं, सुरंग से मजदूरों के रेस्क्यू में जुड़े कर्नल दीपक पाटिल के मुताबिक, सुरंग के अंदर फंसे लोगों को खाना, मोबाइल और चार्जर भेजने की कोशिश की जा रही है. इसके साथ-साथ अंदर वाईफाई कनेक्शन लगाने की भी कोशिश की जाएगी. इसके अलावे डीआरडीओ के रोबोट भी काम कर रहे हैं.