प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (25 नवंबर) को बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की साइट पर हल्के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी है जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं. एचएएल की तरफ से निर्मित तेजस फाइटर जेट जिसे मुख्य रूप से भारतीय वायु सेना के मिग 21 लड़ाकू जेट के पुराने स्क्वाड्रन को बदलने के लिए विकसित किया गया है.
एचटी रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय वायुसेना और रक्षा मंत्रालय ने इसके सभी वेरिएंट सहित कुल 324 तेजस विमान खरीदने को लेकर एचएएल के साथ करार किया था. इस लड़ाकू विमान की कई खासियतें भी हैं जिनका जिक्र किया जाना भी जरूरी है.
1. तेजस एक भारतीय निर्मित एकल-इंजन लड़ाकू जेट है जिसको लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम से विकसित किया गया. इसकी शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी. यह एक डेल्टा विंग और हल्का मल्टीरोल फाइटर है.
2. तेजस एक सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है जोकि भारतीय वायु सेना का ताज होने के साथ-साथ अपनी तरह का सबसे छोटा और हल्का विमान है. दूसरे देशों में भी इसकी मांग है. अमेरिका ने हाल ही में संयुक्त रूप से मार्क II तेजस विमान निर्माण को लेकर एचएएल के साथ एक समझौता किया है.
3. पुराने मिग 21 स्क्वाड्रन को बदलने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित तेजस को चरणबद्ध तरीके से भारतीय वायु सेना में शामिल किया जा रहा है जिसे बड़ी संख्या में पायलटों की मौत के कारण 'उड़ता ताबूत' करार दिया गया है.
4. तेजस हवा से हवा में ईंधन भरने (एएआर) में सक्षम है और सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक-स्कैन्ड एरे (एईएसए) रडार और एक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट से लैस है, जोकि इसे अपनी कैटेगरी के अधिकांश लड़ाकू विमानों से बेहतर बनाता है.
5. तेजस पूरी तरह से मिसाइल से लैस लड़ाकू विमान है जिसमें दृश्य सीमा से परे मिसाइल क्षमताएं और मिनिमम रीलोडिंग समय के साथ हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियार हैं.