प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को तीन वंदे भारत की सौगात दी। प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर इन तीनों वंदे भारत ट्रेन के परिचालन को मंजूरी दी है। इनमें से एक ट्रेन मेरठ से लखनऊ के बीच चलेगी। जबकि दूसरा चेन्नई से नागरकोइल और तीसरा मदुरै से बेंगलुरु के बीच चलेगी। नई वंदे भारत ट्रेन उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में लोगों को स्पीड और आराम के साथ यात्रा करने के लिए विश्व स्तरीय साधन उपलब्ध कराएगी। मेरठ सिटी-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को दोनों शहरों के बीच मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे पहले पहुंचाएगी। इसी तरह, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत से दो घंटे से अधिक समय और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन से करीब डेढ़ घंटे का समय बचेगा। भारत की पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित, सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक रेल यात्रा का अनुभव प्रदान करती है। वंदे भारत ट्रेनों में तेज गति और 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की सेमी-हाई स्पीड संचालन होता है। इनमें टकराव रोधी उपकरण कवच लगा हुआ है और स्वचालित प्लग दरवाज़ों के साथ यात्रियों की मुक्त आवाजाही हो सकती है।
पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए दक्षिणी राज्यों का तेजी से विकास महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि तमिलनाडु और कर्नाटक के लिए बजटीय आवंटन में वृद्धि से दक्षिणी राज्यों में रेल परिवहन मजबूत हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, ढाई लाख करोड़ से ज्यादा का बजट रेलवे को दिया गया है। पुरानी छवि से निकलने के लिए रेलवे को हाईटेक सर्विस से जोड़ा जा रहा है। अमृत भारत ट्रेनों का भी विस्तार हो रहा है। पीएम ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन स्लीपर भी होने वाली है। महानगर में सुविधा के लिए नमो भारत ट्रेन चलाई जा रही है। जल्द ही वंदे मेट्रो भी शुरू होने जा रही है। अमृत भारत से स्टेशनों की छवि बदल रही है और शहरों की पहचान भी हो रही है। छोटे से छोटे स्टेशन को भी अत्याधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है।